हिमाचल : इस बार कर्मचारियों को पहली तारीख को मिल जायेगा वेतन
शिमला, 30 सितंबर (हप्र)
भारी आर्थिक संकट से जूझ रही हिमाचल की सुक्खू सरकार अक्तूबर में पहली तारीख को ही राज्य के लगभग ढाई लाख कर्मचारियों को वेतन का भुगतान कर देगी। सितंबर महीने में सरकारी खजाना खाली हो जाने के चलते सरकार ने 5 और 10 सितंबर को कर्मचारियों को वेतन और पेंशन का भुगतान किया था जिसके चलते सरकार को न केवल कर्मचारियों और पेंशनरों के रोष का सामना करना पड़ा बल्कि विपक्ष में भी इस मुद्दे को खूब भुनाया और जनता में भी सरकार की छवि खराब हुई। जानकारी के अनुसार सुक्खू सरकार ने वेतन भुगतान तय तारीख पर करने बारे तमाम औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। मगर पेशनरों को पेंशन के लिए 9 तारीख तक इंतजार करना होगा। वित्त विभाग ने इस बारे पहले ही 28 तारीख को स्थिति स्पष्ट कर दी थी। सरकार की तरफ से पेंशन 9 तारीख को देने के निर्णय पर विरोध के स्वर उठने शुरू हो गये हैं। हिमाचल प्रदेश सचिवालय एवं अन्य संबद्ध पेंशनर कल्याण संघ के प्रधान मदल लाल शर्मा एवं महासचिव भूपराम वर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार कर्मचारियों और पेंशनरों के बीच लड़ाई करवाना चाहती है। ऐसा कर सरकार डीए और एरियर की मांग से कर्मचारी और पेंशनरों का ध्यान भटकाने का प्रयास भी कर रही है। उन्होंने कहा कि पेंशनर संघ इस मुद्दे को लेकर 2 से 3 दिन के भीतर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगा, जिसमें प्रदेश में वित्तीय आपातकाल लगाने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय पेंशनरों की बैठक में लिया गया जिसमें संघ के अन्य पदाधिकारी नीलम शर्मा, आर एस नेगी, रमा कुमार और सिया सूद ने भी भाग लिया। बैठक में पेंशनरों का कहना था कि यदि सरकार को लगता है कि कर्मचारियों को पहली तारीख को ऋण की किस्त देनी होती है तो पेंशनरों को भी अपनी मासिक किस्त देनी होती है।
फैसला आश्चर्यजनक
हिमाचल प्रदेश पेंशनर कल्याण संघ के प्रधान आत्मा राम शर्मा ने सरकार के निर्णय को आश्चर्यजनक बताया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय पक्षपातपूर्ण है और कर्मचारियों के वेतन की तरह पेंशनरों को भी पेंशन एक साथ मिलनी चाहिए।