हिमाचल पुलिस ने स्थानीय लोगों को दी क्लीन चिट
शिमला, 19 जून (हप्र)
हिमाचल में पर्यटकों के साथ अभद्र व्यवहार के मामले पर प्रदेश पुलिस ने स्थानीय लोगों को क्लीन चिट दे दी है। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हिमाचल में बीते 10 दिन में जितनी भी घटनाएं पर्यटकों के साथ हुईं, उनमें स्थानीय लोगों की कोई गलती नहीं सामने नहीं आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सोशल मीडिया में हिमाचल और यहां के लोगों की छवि को षड्यंत्र के तहत खराब किया जा रहा है।
शिमला में एक पत्रकार वार्ता में प्रदेश पुलिस के एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अभिषेक त्रिवेदी ने कहा कि नूरपुर के डमटाल में जो घटना घटी है वह 17 जून रात 12 बजे की है। उन्होंने बताया कि यहां पर पंजाब के दीनानगर क्षेत्र से संबंधित तीन व्यक्ति आए और होटल प्रबंधक से कमरा किराये पर मांगा तो होटल प्रबंधक ने होटल के सभी कमरे बुक होने के कारण कमरा किराये पर देने में असमर्थता प्रकट की। इस पर तीनों लोग होटल के बाहर पार्किंग में बैठ गए और वहां से जाते समय पार्किंग में खड़ी पंजाब, हरियाणा व राजस्थान की पांच गाड़ियों के साथ तोड़-फोड़ की और मौके से भाग गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। होटल मालिक ने बाहरी राज्यों से आए वाहन मालिकों को उनकी गाड़ियों के नुकसान की भरपाई की और उनसे होटल में ठहरने व खाने-पीने का खर्चा भी नहीं लिया। इस संदर्भ में किसी भी वाहन मालिकों के द्वारा किसी भी प्रकार की मारपीट या अन्य कोई शिकायत थाना डमटाल में दर्ज नहीं करवाई गई।
हिमाचल की छवि खराब करने का प्रयास
अभिषेक त्रिवेदी ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया में हिमाचल और यहां के लोगों की छवि को खराब किया जा रहा है। पिछले 10 दिनों में जितनी भी घटनाएं प्रदेश में हुई हैं उनमें स्थानीय लोगों की कोई गलती सामने नहीं आई है। सोशल मीडिया पर यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि हिमाचल में सैलानियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है, वाहनों के साथ तोड़-फोड़ की जा रही है, जो तथ्यों के बिल्कुल विपरीत है।