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Himachal News ; दो माह से अधिक समय से वर्षा नहीं होने के कारण राज्य में सूखे जैसे हालात

08:29 AM Dec 02, 2024 IST
फाइल फोटो

शिमला, 1 दिसंबर (हप्र)
हिमाचल में बीते 2 महीने से अधिक समय से वर्षा न होने के कारण राज्य में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। हालत यह है कि राज्य में सभी छोटे-बड़े नदी नालों में जल स्तर घट गया है जिसका सीधा असर पेयजल योजनाओं और सिंचाई योजनाओं पर पड़ा है। मौसम के रूठ जाने के चलते राज्य में इस बार रबी के मौसम में 70 फीसदी क्षेत्र में गेहूं की बिजाई नहीं हो पाई है। हिमाचल से मानसून के विदा होने के बाद से राज्य के किसी भी हिस्से में वर्षा नहीं हुई है। राज्य में वर्षा की स्थिति यह है कि नवंबर महीने में मंत्र 0.2 फ़ीसदी वर्षा हुई है। यानी लगभग शत-प्रतिशत क्षेत्र में नवंबर महीने में कोई वर्षा नहीं हुई। प्रदेश में कृषि और बागवानी सहित तमाम गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हैं। मौसम की इस मार ने सरकार को भी चिंता में डाल दिया है क्योंकि प्रदेश में ठंड बढ़ने के बावजूद कई इलाकों में अब पेयजल संकट जैसी स्थिति भी बन गई है। राजधानी शिमला में ही शिमला जल प्रबंधन निगम को फिर से पानी की राशनिंग के लिए मजबूर होना पड़ रहा है और शहर के कई इलाकों में अभी से वैकल्पिक दिनों में पानी की आपूर्ति की जा रही है।
मौसम की इस स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से सचिवालय में इस सप्ताह समीक्षा बैठक बुलाई गई है।
कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के 70 प्रतिशत हिस्से में गेहूं और अन्य फसलों की बुआई नहीं हुई। रबी की फसलों की बुआई में देरी हो चुकी है।
जल शक्ति विभाग के अनुसार राज्य में कुल 10067 पेयजल परियोजनाएं हैं। इनमें से ज्यादातर पेयजल योजनाओं में जल स्तर घट गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा का कहना है कि प्रदेश में अंतिम बार मानसून में ही वर्षा हुई। जल शक्ति विभाग की प्रमुख अभियंता अंजू शर्मा का कहना है कि प्रदेश में लंबे समय से वर्षा नहीं हुई है। ऐसे में स्वभाविक है कि जल स्तर घटा होगा। लेकिन प्रदेश के किसी भी हिस्से में पानी की कोई किल्लत नहीं है।

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