Himachal Assembly Session: हिमाचल विधानसभा में विपक्ष का हंगामा, नारेबाजी कर सदन से बाहर गए
ज्ञान ठाकुर/निस, शिमला, 13 मार्च
Himachal Assembly Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में वीरवार को प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने सदन में हंगामा किया। विपक्ष ने यह हंगामा कांगड़ा जिले के देहरा विधानसभा क्षेत्र में जुलाई 2024 में हुए उपचुनाव के दौरान कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा आदर्श आचार संहिता के दौरान कई महिला मंडलों को 50-50 हजार रुपये हस्तांतरित करने के मुद्दे को लेकर किया।
विपक्ष के हंगामे और सदन से बाहर चले जाने के बाद उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह पहले से तय था कि विपक्ष को सदन से बाहर जाना ही था, क्योंकि उनके पास सरकार के खिलाफ कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है। उन्होंने विपक्ष के इस रवैये को ‘सदन की परंपराओं के खिलाफ’ बताया और कहा कि अगर भाजपा के पास कोई ठोस प्रमाण हैं, तो वे सरकार के समक्ष प्रस्तुत करें, न कि केवल हंगामा करें।
इस संबंध में हमीरपुर से भाजपा विधायक आशीष शर्मा ने सवाल पूछा था, जिस पर सरकार की ओर से जवाब नहीं आने पर विपक्ष ने पहले सदन में हंगामा किया और फिर पूरा विपक्ष सदन से उठकर बाहर चला गया। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने विपक्ष के इस कदम को गैरजरूरी करार दिया और कहा कि उन्होंने पहले ही इस मुद्दे पर व्यवस्था दे दी थी। इसलिए विपक्ष का हंगामा या सदन से बाहर जाना नियमों के विपरीत है।
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक आशीष शर्मा ने सवाल पूछा था कि एक जून, 2024 से 10 जुलाई, 2024 तक देहरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत महिला मण्डलों को कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा धनराशि जारी की गई है। साथ ही यह भी पूछा कि इस बैक से इस दौरान कितने महिला मण्डलों को कितनी धनराशि जारी हुई। इसके जवाब में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सवाल की सूचना एकत्रित की जा रही है। सरकार ने सवाल को बैंक को भेज दिया है और वहां से सूचना आने पर इसका जवाब दे दिया जाएगा।
आशीष शर्मा ने प्रतिपूरक सवाल के माध्यम से कहा कि देहरा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के दौरान कुछ महिला मंडलों के बैंक खातों में कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक की ओर से 5-50 हजार रुपए की धनराशि ट्रांसफर की गई है। उन्होंने ट्रांसफर की गई राशि की जानकारी भी सदन में रखी और पूछा कि इन पैसों का स्थानांतरण किस क्षमता में किया गया। उन्होंने कहा कि यदि यह आरोप सही है, तो इसकी जांच केंद्रीय एजेंसी से करवाई जानी चाहिए।
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने व्यवस्था दी कि सदस्य उनके द्वारा दिए गए तथ्यों को सत्यापित कर सदन के पटल पर रखें और विधानसभा इन तथ्यों की जांच करवाएगी। इस मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि फिलहाल इस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है, क्योंकि बैंकिंग प्रक्रियाओं में समय लगता है।
उन्होंने कहा कि यदि विधायक आशीष शर्मा के पास पहले से ही इतनी जानकारी है, तो वह सरकार से सवाल क्यों पूछ रहे हैं? उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जैसे ही बैंक से पूरी सूचना प्राप्त होगी, उसे सदन में प्रस्तुत कर दिया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत लाखों किसानों के खातों में पैसे डाले गए थे, जिससे पूरे देश में चुनाव प्रभावित हुआ था।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा जब सत्ता में थी, उस समय कई प्रश्नों में ‘सूचना जुटाने’ की बात कही जाती थी, लेकिन अब जब कांग्रेस सरकार ऐसा कर रही है, तो भाजपा को परेशानी हो रही है।
उपमुख्यमंत्री के इस जवाब पर विपक्ष ने नाराजगी जताई। नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा कि हर बार जब सरकार किसी सवाल का जवाब नहीं देना चाहती, तो यही कहा जाता है कि ‘सूचना एकत्रित की जा रही है।’
उन्होंने उपमुख्यमंत्री के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र को कमजोर करने वाला बयान है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार बजट सत्र समाप्त होने से पहले इसकी जानकारी दें और बताए कि क्या केवल देहरा विधानसभा क्षेत्र में महिला मंडलों को पैसा दिया गया या अन्य विधानसभा क्षेत्रों को भी ऐसा पैसा जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि महिला मंडलों के खातों में पैसा ट्रांसफर करना और किसानों को सम्मान निधि देना, दोनों मामलों की तुलना करना गलत है।
भाजपा विधायक विक्रम ठाकुर ने कहा कि सरकार सवालों से बचने के लिए गलत तुलनाएं कर रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान महिला मंडलों के खातों में पैसे डालना एक गंभीर मुद्दा है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। बाद में सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की और फिर वे सदन से बाहर चले गए।