मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

नारायणगढ़ में सबसे अधिक और अम्बाला शहर में सबसे कम मतदान

07:53 AM Oct 06, 2024 IST
अम्बाला शहर में मतदान करने के बाद निशान दिखाते सांसद कार्तिकेय शर्मा।-हप्र

अम्बाला शहर, 5 अक्तूबर (हप्र)
हरियाणा विधानसभा 2024 के आम चुनावों में जिला के करीब 67.4 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करके 39 प्रत्याशियों का राजनीतिक भाग्य ईवीएम में बंद कर दिया है। जिला में सर्वाधिक मतदान नारायणगढ़ विधान सभा क्षेत्र में 73.1 प्रतिशत हुआ जबकि सबसे कम मतदान अम्बाला शहर विधानसभा सीट पर 62.9 प्रतिशत रहा। अभी अंतिम आंकड़े आना बाकी हैं। सभी पोलिंग पार्टियों द्वारा ईवीएम और वीवीपैट मशीनें अपने-अपने केंद्रों में जमा करवाने का कार्य जारी है। मतगणना 8 अक्तूबर को होगी।
चुनाव आयोग की वोटर टर्नआउट ऐप से मिली रिपोर्ट के अनुसार अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र में लगभग 64.3 प्रतिशत, अंबाला शहर विधानसभा क्षेत्र में 62.9 प्रतिशत, मुलाना विधानसभा क्षेत्र में 70.7 प्रतिशत, नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिाक 73.1 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। इस प्रकार अंबाला जिला की चारों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 67.4 प्रतिशत मतदान हुआ। अंबाला की चारों विधानसभा क्षेत्रों में 8 लाख 84 हजार 542 मतदाताओं की सुविधा के लिए 968 बूथ बनाए गए थे। इन बूथों पर सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। प्रशासन की तरफ से पुलिस व अन्य फोर्स की भी नियुक्ति की गई थी। प्रशासन द्वारा सभी बूथों पर पल-पल मतदाताओं द्वारा किए जा रहे मतों की संख्या जानने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया था, जहां से हरियाणा निर्वाचन कार्यालय को पल-पल की सूचना भेजी जा रही थी। अम्बाला शहर व छावनी हलकों से 11-11, मुलाना से 10 और नारायणगढ़ से 7 उम्मीदवार मैदान में हैं।

Advertisement

2024 के संसदीय चुनाव में पड़े थे यह वोट

मई में हुए लोकसभा चुनाव 2024 में अम्बाला शहर में मतदान का प्रतिशत 61.7 और अंबाला छावनी में मतदान का प्रतिशत 61.2 रहा था जबकि नारायणगढ़ में 69.6 प्रतिशत और मुलाना आरक्षित में 69.6 प्रतिशत मतदान हुआ था। जिला अंबाला की सभी चारों विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान हुआ। जिला प्रशासन द्वारा शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद कर दी गई थी। उड़नदस्ते, पेट्रोलिंग पार्टियां, माइक्रो आब्जर्वर सहित सामान्य आब्जर्वर तथा एक्सपैंडिचर आब्जर्वर पूरी व्यवस्था पर नजर रखे हुए थे।

Advertisement
Advertisement