हाईअलर्ट पुलिस, हेल्थ, फायर ब्रिगेड सहित अन्य विभागों में छुट्टियां रद्द
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 8 मई
भारत और पाकिस्तान के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बढ़े तनाव को देखते हुए हरियाणा की नायब सरकार भी हाई अलर्ट पर आ गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। भारत सरकार की इस पुष्टि के बाद पंजाब व हरियाणा की सरकारें और भी सतर्क हो गई हैं कि बीती रात पाकिस्तान की ओर से पंजाब के कई शहरों के अलावा राजधानी चंडीगढ़ पर हमले की कोशिश हुई।
हरियाणा सरकार ने पुलिस, स्वास्थ्य व फायर ब्रिगेड सहित आपदा से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। आगामी आदेशों तक छुट्टियां नहीं देने के आदेश भी दिए गए हैं। प्रदेश में जहां सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है वहीं खुफिया एजेंसियां भी पूरी तरह से एक्टिव हैं। सरकारी अस्पतालों में 25 प्रतिशत बेड इमरजेंसी के लिए रिजर्व रखने के आदेश दिए हैं। प्राइवेट अस्पतालों से भी सरकार ने आपास स्थिति में सहयोगा मांगा है।
पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों के खिलाफ भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तनाव और बढ़ गया है। युद्ध की आंशकाओं के बीच सरकार ने एहतिहातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। डॉक्टरों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों, फायर ब्रिगेड कर्मचारियों, पुलिस अधिकारियों व जवानों के स्टेशन छोड़ने पर रोक लगा दी है। सभी को अपना मुख्यालय मेनटेन करना होगा। जिलों में अन्य विभागों के अधिकारी भी स्टेशन नहीं छोड़ेंगे।
स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ गृह विभाग, फायर ब्रिगेड सर्विस सहित आपातकालीन सेवाओं से जुड़े विभागों को अलर्ट किया गया है। गत दिवस मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हरियाणा मंत्रिमंडल की आपात बैठक भी हो चुकी है। इस बैठक में सुरक्षा प्रबंधों पर भी चर्चा हुई और आगे की रणनीति भी तय की गई। सभी जिलों के डीसी के अलावा सभी रेंज के एडीजीपी/आईजी, पुलिस आयुक्तों व पुलिस अधीक्षकों को हिदायतें जारी की हैं।
बुधवार को राज्य के सभी 22 जिलों में डिफेंस मॉक ड्रिल भी की जा चुकी है। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के महानिदेशक की ओर से सभी जिलों के सीएमओ (सिविल सर्जन) तथा प्रधान चिकित्सा अधिकारियों को लिखित में आदेश जारी करके डॉक्टरों व पैरा-मेडिकल स्टॉफ को छुट्टियां मंजूर नहीं करने के आदेश दिए हैं।
साथ ही, सभी अधिकारियों को अपना मुख्यालय मेनटेन करने को कहा है। बिना मंजूरी के स्टेशन छोड़ने पर सख्त कार्रवाई होगी। आपात स्थिति में अवकाश अनिवार्य है तो इसके लिए विभाग के महानिदेशक से मंजूरी लेनी होगी।
अस्पतालों में किए प्रबंध
सरकार ने आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी अस्पतालों में पुख्ता प्रबंध करने को कहा है। मॉक ड्रिल के दौरान भी अस्पतालों के साथ-साथ फायर ब्रिगेड सिस्टम को जांचा जा चुका है। मॉक ड्रिल के दौरान कुछ शहरों में दिक्कतें भी सामने आईं। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने इन्हें तुरंत दुरुस्त करने को कहा है। अस्पतालों में जिस तरह से कोविड-19 के दौरान तैयारियां की गई थी, उसी तरह अब भी सभी प्रबंध करने को कहा है। इतना ही नहीं, अस्पतालों में 25 प्रतिशत बेड इमरजेंसी सेवाओं के लिए रिजर्व रखे हैं। अस्पतालों में दवाइयों, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर और अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरणों का स्टॉक सुनिश्चित करने को कहा है।
स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि पाकिस्तान के साथ मौजूदा तनावपूर्ण हालात और राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से उत्पन्न स्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी पर तुरंत प्रभाव से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता, कुशलता और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए लिया है। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में दवाइयों व जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं।
खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर
हरियाणा की खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं। संदिग्धों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। साथ ही, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से भी संपर्क साधा हुआ है। हर छोटे-बड़े इनपुट को गंभीरता से लिया जा रहा है। खुफिया एजेंसियों के लोग प्रदेश में भीड़भाड़ वाली जगहों पर विशेष नजर बनाए हुए हैं। इतना ही नहीं, कई सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस सुरक्षा भी बढ़ाई गई है।