हिमाचल में आपदा राहत के लिए केंद्र से मदद मांगी : सुक्खू
ज्ञान ठाकुर/हप्र
शिमला, 4 जुलाई
हिमाचल प्रदेश में मानसून के प्रकोप से मची तबाही के बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बातचीत कर राज्य में हुई भारी क्षति की जानकारी दी और केंद्र से राहत सहायता की मांग की। उन्होंने बताया कि मंडी जिले के सराज और धर्मपुर क्षेत्रों में भारी बारिश और बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है।
सुक्खू ने कहा कि अब तक राज्य में 69 लोगों की मौत हो चुकी है, 110 लोग घायल हैं और 37 अभी भी लापता हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। प्रभावित लोगों को भोजन, पीने का पानी और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। जिनके घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं, उन्हें 5,000 रुपये प्रति माह किराये के तौर पर दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मंडी जिले में अब भी 164 सड़कें बंद हैं, जिन्हें खोलने के लिए 31 जेसीबी और 3 पोकलेन मशीनें लगाई गई हैं। थुनाग क्षेत्र में क्षतिग्रस्त 241 पेयजल योजनाओं में से 66 को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है। पूरे राज्य में अब तक 700 रुपये करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है।
सुक्खू ने यह भी बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है और कहा है कि एक केंद्रीय टीम जल्द हिमाचल का दौरा करेगी।
एचआरटीसी में ग्रीन हाइड्रोजन बसों की संभावना टटोली जाए
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) को ग्रीन हाइड्रोजन बसें शुरू करने की व्यवहारिकता पर काम करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को शिमला में निगम की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 2026 तक 297 टाइप-1 इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर दौड़ेंगी और 30 टाइप-2 बसों की खरीद प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी राज्य की परिवहन जीवनरेखा है और इसे हरित व आधुनिक बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने ई-ऑफिस प्रणाली, रीयल टाइम बस मॉनिटरिंग, और एकीकृत बस पास प्रणाली लागू करने के निर्देश दिए।