Heatwave Alert : तेज धूप का कहर... गर्मी में लू ना बन जाए जानलेवा, बचाव के लिए अपनाएं ये स्मार्ट टिप्स
चंडीगढ़, 28 मई (ट्रिन्यू)
Heatwave Alert : गर्मियों का मौसम अपने चरम पर है और तापमान लगातार रिकॉर्ड तोड़ ऊंचाइयों को छू रहा है। ऐसे मौसम में सबसे अधिक खतरा "लू" (Heat Stroke) का होता है, जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करने की प्रणाली को असंतुलित कर देता है। यह स्थिति जानलेवा भी हो सकती है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए।
लू क्या है?
लू एक प्रकार की गर्मी से होने वाली स्वास्थ्य समस्या है, जिसे चिकित्सकीय भाषा में 'हीट स्ट्रोक' कहा जाता है। यह तब होता है जब शरीर अत्यधिक गर्मी के संपर्क में आने के कारण अपना तापमान नियंत्रित नहीं कर पाता और शरीर का आंतरिक तापमान 104°F (40°C) या उससे अधिक हो जाता है। यह एक आपातकालीन स्थिति होती है और समय पर इलाज न मिलने पर यह मस्तिष्क, हृदय, किडनी और मांसपेशियों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।
लू के प्रमुख लक्षण
लू लगने के लक्षणों की पहचान समय पर करना बहुत जरूरी है। मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
-तेज बुखार (104°F या उससे अधिक)
-चक्कर आना और बेहोशी
-शरीर में कमजोरी और थकावट
-तेज सिरदर्द
-त्वचा का लाल, गर्म और सूखा होना (पसीना न आना)
-हृदय गति का तेज हो जाना
-उल्टी या मतली
-घबराहट या भ्रम की स्थिति
-मांसपेशियों में ऐंठन या झटके
अगर इन लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे तो तुरंत प्राथमिक चिकित्सा लें और मरीज को अस्पताल पहुंचाएं।
किन लोगों को अधिक जोखिम होता है?
कुछ समूहों को लू लगने का खतरा ज्यादा होता है:
-बच्चे (5 वर्ष से कम आयु)
-बुजुर्ग (60 वर्ष से अधिक आयु)
-गर्भवती महिलाएं
-हृदय, मधुमेह, अस्थमा या हाई बीपी से पीड़ित लोग
-खुली धूप या ऊष्मा में काम करने वाले श्रमिक
-खेलकूद या शारीरिक मेहनत करने वाले लोग
लू से बचाव के उपाय
लू से बचने के लिए कुछ सरल लेकिन प्रभावी सावधानियां अपनाना आवश्यक है:
धूप से बचाव करें
कोशिश करें कि दिन के 11 बजे से 4 बजे तक घर से बाहर न निकलें। अगर कोई जरूरी काम हो तो घर से निकलते वक्त मुंह को अच्छी तरह ढक लें। इसके अलावा अपने साथ छाता, टोपी या गमछा, पानी की बोतल जरूर रखें।
हल्के और सूती कपड़े पहनें
लू से बचने के लिए जितना हो सके शरीर को ढकने वाले और पसीना सोखने वाले कपड़े पहनें। गहरे रंग के कपड़ों से बचें क्योंकि वे अधिक गर्मी सोखते हैं।
पर्याप्त पानी पिएं
दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। साथ ही नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ और जलजीरा जैसे पेय लें। इससे शरीर में एनर्जी बनी रहती है और डिहाइड्रेशन नहीं होता।
ठंडे और ताजे खाद्य पदार्थ खाएं
ताजे फल, सलाद और दही जैसे शीतल आहार को भोजन में शामिल करें। इसके अलावा तली-भुनी और मसालेदार चीजों से बचें।
घरों को ठंडा रखें
खिड़कियों पर परदे लगाएं या अखबार/फॉयल पेपर लगाकर धूप को अंदर आने से रोकें। कूलर, पंखा या एसी का सही उपयोग करें।
लू लगने पर प्राथमिक उपचार
अगर किसी को लू लग जाए तो सबसे पहले मरीज को छायादार, ठंडी और हवादार जगह पर लाएं। फिर उसके कपड़े ढीले कर दें और शरीर को गीले कपड़े से पोंछें या ठंडी हवा दें। उसके बाद ठंडे पानी में डुबोया गया तौलिया सिर और गर्दन पर रखें। अगर मरीज होश में हो तो धीरे-धीरे पानी या इलेक्ट्रोलाइट्स (ORS) दें। साथ ही जल्द से जल्द चिकित्सकीय सहायता लें।
गर्मी का मौसम केवल असहज ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए खतरनाक भी हो सकता है। लू एक गंभीर समस्या है, जिसे नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है। सावधानी और सतर्कता ही इससे बचाव का सबसे बढ़िया तरीका है। अगर मौसम के अनुसार अपनी दिनचर्या, आहार और पहनावे में थोड़े-से बदलाव करें तो इस गर्मी को सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से पार किया जा सकता है।