दिल छू लेने वाली पहल: 4 वर्षीय आनंदी ने पांच लोगों को दिया नया जीवन
सुरजीत सिंह/निस
समराला, 25 नवंबर
लुधियाना की चार वर्षीय आनंदी की दर्दनाक मृत्यु के बाद, उसके परिजनों ने साहसिक निर्णय लेते हुए उसके अंग दान किए, जिससे पांच मरीजों को नया जीवन मिला। आनंदी का लिवर ग्रीन कॉरिडोर के जरिए दिल्ली के आईएलबीएस अस्पताल भेजा गया, जबकि किडनी, पैंक्रियाज और कॉर्निया का प्रत्यारोपण पीजीआई चंडीगढ़ में सफलतापूर्वक किया गया।
पीजीआई के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने इस कदम की सराहना करते हुए इसे मानवता और उदारता का अद्वितीय उदाहरण बताया। आनंदी के माता-पिता ने अपनी बेटी की मृत्यु के गम को ताकत में बदलते हुए कहा कि हमें संतोष है कि हमारी बेटी अब दूसरों के जीवन में रोशनी बनकर जीवित है। पीजीआई के प्रो. विपिन कौशल ने इसे अंग दान की शक्ति का उदाहरण बताते हुए समाज से इसे अपनाने की अपील की। आनंदी की यह पहल दूसरों के लिए प्रेरणा बन गई है।
किसे मिले अंग
लिवर : दिल्ली के आईएलबीएस अस्पताल में प्रत्यारोपित।
किडनी और पैंक्रियाज: पीजीआई में दो मरीजों को जीवनदान।
कॉर्निया : दो दृष्टिहीन लोगों को नयी दृष्टि मिली।