Health Tips : घी या सरसों का तेल... खाना पकाने के लिए क्या है बेहतर?
चंडीगढ़ , 15 जनवरी (ट्रिन्यू)
Health Tips : चाहे आप करी, पकौड़े या फिर पराठे बना रहे हों, ये व्यंजन घी या सरसों के तेल के बिना अधूरे हैं। जहां घी अपनी समृद्धि और सुगंध के लिए पसंद किया जाता है, वहीं सरसों का तेल अपने तीखे और तीखे स्वाद के लिए जाना जाता है। ये रेसिपी के स्वाद और फ्लेवर को बढ़ाने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि खाना पकाने के लिए कौन सा विकल्प बेहतर है?
घी क्या है?
घी एक प्रकार का मक्खन है जो मलाई को तब तक उबालने से प्राप्त होता है जब तक कि उसका पानी वाष्पित न हो जाए और शुद्ध घी ना बच जाए। अपने सुगंधित स्वाद के लिए जाना जाने वाला घी भारतीय घरों में एक मुख्य चीज है, जिसका इस्तेमाल अक्सर मिठाइयों से लेकर भोजन तक हर चीज में किया जाता है। इसका स्मोकिंग पॉइंट लगभग 375°F (190°C) है, जो इसे तलने, भूनने और डीप-फ्राइंग के लिए उपयुक्त बनाता है।
घी के गुण
घी में संतृप्त वसा, A, D, E और K जैसे आवश्यक विटामिन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और ब्यूटिरिक एसिड होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, घी अपने कई स्वास्थ्य लाभों के लिए उत्कृष्ट है, जिसमें पाचन में सुधार, मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाना और प्रतिरक्षा को मजबूत करना शामिल है। हालांकि, इसका ज्यादा सेवन करने से दिल संबंधी बीमारियों का खतरा रहता है।
सरसों का तेल क्या है?
सरसों का तेल सरसों के बीजों से निकाला जाता है और इसका व्यापक रूप से उत्तरी और पूर्वी भारतीय व्यंजनों में उपयोग किया जाता है। अपने तीखे स्वाद और चमकीले लाल-भूरे रंग के लिए जाना जाने वाला यह तेल तड़के, तलने और अचार बनाने के लिए पसंदीदा है।
तेल के गुण
सरसों का तेल ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड सहित मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा से भरपूर होता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और ग्लूकोसाइनोलेट्स भी होते हैं जिनमें एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। इसके स्वास्थ्य लाभों के बावजूद सरसों के तेल में एरुसिक एसिड होता है इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन भी दिल के हानिकारक है।
खाना पकाने के लिए कौन-सा बेहतर है?
घी और सरसों के तेल के बीच का चुनाव व्यंजन के प्रकार और खाना पकाने की विधि पर निर्भर करता है। डीप-फ्राइंग और उच्च-ताप पर खाना पकाने के लिए, घी एक सुरक्षित और अधिक स्थिर विकल्प है जबकि तीखे व्यंजनों के लिए सरसों का तेल सही विकल्प है। वहीं, सेहत की बात करें तो दोनों ही चीजों को बैलेंस मात्रा में लेना ही फायदेमंद रहेगा।