चंडीगढ़, 18 अप्रैल (ट्रिन्यू)Health News विश्व लिवर दिवस पर पीजीआई चंडीगढ़ ने एक अलग ही अंदाज में लोगों को संदेश दिया कि भोजन ही सबसे बड़ी दवा है। इसी सोच के साथ संस्थान ने छोटे बच्चों से लेकर नशा मुक्त हो रहे युवाओं तक को लिवर हेल्थ के प्रति जागरूक करने का बीड़ा उठाया है।दिल्ली पब्लिक स्कूल चंडीगढ़ में 500 से अधिक बच्चों को बताया गया कि तला-भुना खाना और मीठे पेय लिवर के लिए जहर हैं। देशभर में लिवर हेल्थ मिशन चला रहे डॉ. अजय दुसेजा ने कहा कि हमने बच्चों को समझाया कि जंक फूड छोड़ो, लिवर का दोस्त बनो।नशा मुक्ति केंद्र में फ्री जांचजो लोग शराब और नशा छोड़ रहे हैं, उनके लिवर की विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी ताकि नुकसान का पता चल सके। यह पहल सिर्फ एक दिन की नहीं, बल्कि आने वाले हफ्तों तक चलेगी।क्यों हो रहा लिवर बीमार?डॉक्टरों के मुताबिक— शराब का अधिक सेवन, मोटापा, गलत खानपान और वायरल हेपेटाइटिस जैसी वजहें लिवर को धीरे-धीरे खराब कर रही हैं।रोकथाम ही असली इलाजदेश में लिवर विशेषज्ञों की कमी को देखते हुए अब फोकस इलाज से ज्यादा रोकथाम पर है। इसके लिए आईएनएएसएल ने ‘प्रिवेंटिव हेपेटोलॉजी’ टास्कफोर्स बनाई है, जो लोगों को लिवर के प्रति जागरूक करेगी।बचाव के आसान फॉर्मूलेसाबुत अनाज, फल और सब्जियां खाएंमीठे और तले-भुने खाने से परहेजसॉफ्ट ड्रिंक और फास्ट फूड को कहें टाटाप्रोटीन युक्त संतुलित आहार ले