स्वास्थ्य विभाग की टीम ने द्वारका में भ्रूण लिंग जांच का किया भंडाफोड़
रोहतक, 30 जनवरी (निस)
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंगानुपात सुधारने की दिशा में सफल कार्रवाई की है। टीम ने द्वारका, दिल्ली में चल रहे लिंग जांच का भंडा फोड़ा और लिंग जांच चिकित्सक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। सिविल सर्जन ने बताया कि संदिग्ध अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी कार्रवाई की जा रही है। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग को आरोग्य डायग्नोस्टिक सेंटर और डेंटल सेंटर, पॉकेट 5, सेक्टर 12 द्वारका दिल्ली में भ्रूण लिंग जांच किए जाने की सूचना मिली।
उपायुक्त खड़गटा ने बताया कि पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. विश्वजीत और चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोहित के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसके साथ ही एक महिला को भ्रूण लिंग जांच करवाने के लिए तैयार किया गया। उन्होंने बताया कि एक दलाल के माध्यम से 50 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। उन्होंने बताया कि दलाल के कहे अनुसार महिला को जांच के लिए सेंटर में भेजा गया। जांच के दौरान रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विनीत मदान ने वहां बताया कि तरीके से महिला के जुड़वा गर्भ है और दोनों भ्रूण मादा हैं। इसी कार्रवाई के दौरान रोहतक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक दलाल शैलेन्द्र माथुर और रेडियोलोजिस्ट डॉ. विनीत माथुर को रंगे हाथों पकड़ा गया। वहां से अल्ट्रासाउंउ मशीन, सीसीटीवी फुटेज, रिकॉर्ड एंव 25,500 रूपये बरामद किये गए जबकि पीएनडीटी टीम ने फर्जी ग्राहक से 50 हजार रूपये में सौदा तय किया हुआ था। एक दलाल जिसका नाम विकास गुप्ता है, वह भाग में कामयाब हो गया। पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत आगामी जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि डॉ. विशाल चौधरी एएसएमओ ने दलाल विकास गुप्ता को भागने से रोकने के लिए बहुत प्रयास किए, जिसमें वह दलाल के पीछे दौड़े लेकिन इसी बीच दलाल ने डॉ. विशाल को धक्का मारा और वह भागने में कामयाब हो गया। इस दौरान डॉ. विशाल चौधरी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि छापामार कार्रवाई की इस टीम में एसएमओ डॉ. संजीव मलिक, डॉ. विशाल चौधरी, डॉ. विकास सैनी, डॉ. विजय, रणजीत सिंह, सुशील एंव राजेश भी साथ थे। एक अल्ट्रासाउंड मशीन को भी सील कर दिया गया।
लिंगानुपात सुधारने के भरपूर प्रयास : डीसी
डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि जिला में लिंगानुपात में और अधिक सुधार करने के लिए निरंतर ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए है कि जहां भी भ्रूण लिंग जांच की सूचना मिले वहां तुरंत प्रभाव से छापा मार कार्रवाई करें।