Governor Acharya Devvrat-पढ़ाई के साथ बच्चों को संस्कारित बनाएं शिक्षण संस्थाएं
सोनीपत, 5 दिसंबर (हप्र) : गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ( Governor Acharya Devvrat) ने कहा कि सोनीपत की धरती शूरवीरों व पहलवानों की धरती है। यहां भारत का गौरव बढ़ाने वाले बेटे-बेटियों ने कॉमनवेल्थ से लेकर ओलंपिक तक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम हुए हैं, लेकिन इस दिशा में थोड़ा और ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षण संस्थाएं बच्चों को पढ़ाने के साथ संस्कार देने का काम करें।
छोटूराम आर्य महाविद्यालय में हुआ समारोह
राज्यपाल बृहस्पतिवार को छोटूराम आर्य महाविद्यालय में आयोजित समारोह में प्रदेशभर के शिक्षण संस्थानों के अध्यक्ष व प्रशासनिक समिति के पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में वृद्धाश्रम बन रहे हैं, जिनकी जरूरत नहीं होनी चाहिए। जो देश मानवीय मूल्यों से कमजोर हैं, वहां यह काम होते हैं। अपने देश में एक बालक को पढ़ा लिखकर इतना जिम्मेदार नहीं बना सकते कि वह अपने माता-पिता के बुढ़ापे की लाठी बनें तो ऐसी शिक्षा किसी काम नहीं है।
'नशे की समस्या के समाधान के लिये करें काम'-Gujrat Governor Acharya Devvrat
राज्यपाल देवव्रत आचार्य ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में हमारे बच्चे नशे व गैंगवार की और बढ़ रहे हैं, इससे समाज का सम्मान नहीं होता। आप लोग उस कौम से हैं, जिन्होंने सदा इस देश की सीमाओं पर अपने बेटे भेजकर देश की सेवा की। हमारे लोग शारीरिक रूप से बलवान और अंदर से दयालु हैं। हमें एक ऐसा समाज बनाना है, जिस पर अन्य को भी गर्व हो, हमें सभी में यह भावना जगाने की प्रबल आवश्यकता है।
बच्चों को सभ्य बनायें - Gujrat Governor Acharya Devvrat
शिक्षण संस्थाओं में बच्चों को बुराइयों से बचाने, असभ्य आचरण, नशे व अन्य बुराइयों से बचाने के लिए अभियान चलाए जाने चाहिए। जिसमें बताया जाए कि बहन-बेटियों की इज्ज्त करना, माता-पिता व बड़ों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने (Acharya Devvrat) कहा कि टीकाराम शिक्षण समिति के प्रधान सुरेंद्र दहिया ने संस्थाओं की कुछ समस्याएं रखी हैं। हम इन समस्याओं के समाधान के लिए की दिशा में काम करेंगे।