भीष्म द्वादशी पर मटौर में हवन, भंडारा
कलायत 9 फरवरी (निस)
भीष्म द्वादशी पर रविवार को गांव मटौर के श्री तीर्थ धाम में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। श्री तीर्थ धाम मटौर पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर में भगवान शालिग्राम व बाबा संदोख दास की पूजा की की और हवन यज्ञ में आहुति दी।
महिला श्रद्धालुओं ने बाबा संदोख दास को याद कर मन्नतें मांगी। महंत सुमेर दास ने बताया कि भीष्म द्वादशी के पावन पर्व पर मूर्ति प्रतिष्ठा के वार्षिक उपलक्ष में सिद्ध बाबा संदोख दास की पूजा अर्चना करते हैं। महंत सुमेर दास ने बताया कि महाभारत काल में पांडव यहां कई बार रुकते थे। सन 1600 ईस्वी में यहां महंत संदोख दास द्वारा तपस्या की गई। एक बार जब गांव के लोग गए हुए थे तब पीछे से कुछ बाहरी लोगों द्वारा गांव पर आक्रमण कर दिया गया था तब महंत संदोख दास ने उनके बुजुर्ग, बच्चे व महिलाओं की रक्षा की थी। कलायत स्थित श्री कपिल मुनि मंदिर से श्री तीर्थ मटौर तक सैकड़ो वर्ष पुरानी एक गुफा भी मौजूद है।