मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

हाथरस में मृतकों की संख्या बढ़कर 121 हुई, हेल्पलाइन नंबर जारी

12:08 PM Jul 03, 2024 IST
हाथरस के सिकंदरा राव में रिश्तेदारों को पोस्टमार्टम के बाद भगदड़ में मरे लोगों के शव मिले। पीटीआई फोटो

लखनऊ, तीन जुलाई (भाषा)

Advertisement

HathrasTragedy Update उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई भगदड़ की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गयी है। राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से बुधवार को यह जानकारी दी गई।

राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं। अधिकांश अनुयायियों की मौत दम घुटने के कारण हुई। हाल के वर्षों में हुई यह सबसे बड़ी त्रासदी है।

Advertisement

यह भी पढ़ें: Hathras Tragedy: मुख्य सेवादार और अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज

कुछ लोगों का कहना है कि लोग प्रवचनकर्ता की कार के पीछे भागते समय कीचड़ में फिसल गए, जिससे भगदड़ मच गई। हाथरस जिले के फुलरई गांव में नारायण साकार विश्व हरि के नाम से लोकप्रिय ‘भोले बाबा' के कार्यक्रम में लाखों अनुयायी पहुंचे हुए थे।

राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार को इस हादसे में मरने वालों की संख्या 116 बताई थी जिनमें सात बच्चे, एक पुरुष और बाकी सभी महिलाएं हैं।

राहत आयुक्त द्वारा जारी की गई ताजा सूची के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है, जिनमें से 19 की पहचान अभी भी नहीं हो पाई है। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं और लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।

हाथरस में भगदड़ के दौरान अधिकांश लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई: पोस्टमार्टम रिपोर्ट

हाथरस जिले में भगदड़ के दौरान अधिकांश लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई। पोस्टमार्टम के लिए पड़ोसी जिले एटा में भेजे गए शवों की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। एक वरिष्ठ चिकित्सक ने यह जानकारी दी।

हाथरस के फुलरई गांव में मंगलवार को हुई भगदड़ के बाद एटा के जिला अस्पताल के शवगृह में 27 शव लाए गए थे जबकि कुछ शवों को अलीगढ़ सहित आसपास के इलाकों के विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया।

राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार घटना में 121 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। एटा के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम मोहन तिवारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘यहां लाए गए 27 शवों में से 19 का पोस्टमार्टम हो चुका है जबकि कर्मचारी आधी रात के आसपास 20वें शव का पोस्टमार्टम करने की तैयारी कर रहे थे।''

उन्होंने बताया कि छह शवों की पहचान होना बाकी है। तिवारी ने कहा, ‘‘लगभग सभी मामलों में मौत का कारण दम घुटना पाया गया।'' उन्होंने बताया कि मृतकों में अधिकांश 40-50 वर्ष आयु वर्ग की महिलाएं हैं।

अस्पताल की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर तिवारी ने बताया कि जिले में औसतन प्रतिदिन चार से पांच शवों के पोस्टमार्टम किए जाते हैं, लेकिन मंगलवार को शवों की संख्या औसत से ‘‘काफी अधिक'' थी, जिसके कारण अस्पताल के कर्मचारियों और अधिकारियों को नियमित समय से अधिक काम करना पड़ा।

उपचाराधीन लोगों के बारे में तिवारी बताया कि यहां चार मरीज लाए गए थे, जिनमें से एक को प्राथमिक उपचार के बाद ही छुट्टी दे दी गई। दो अन्य खतरे से बाहर हैं और एक गर्भवती महिला का उपचार जारी है जिसकी हालत स्थिर है।

पुलिस क्षेत्राधिकारी (सकीट क्षेत्र) संजय कुमार सिंह ने बताया कि एटा के सरकारी अस्पताल में लाए गए 27 शवों में से 21 की आधी रात तक पहचान हो गई। सिंह ने बताया कि शवों की पहचान हो जाने के बाद प्रक्रिया पूरी करके उन्हें उनके परिवारों को सौंप दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं थीं। इस मामले में पुलिस ने मुख्य सेवादार समेत आयोजकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि आयोजकों ने प्रशासन को 80 हजार लोगों के आने की सूचना दी थी जबकि सत्संग में ढाई लाख लोग पहुंच गए।

सत्संग के मुख्य प्रवचनकर्ता सूरजपाल उर्फ ‘भोले बाबा' के प्रवचन के बाद जब वह अपनी गाड़ी में सवार होकर आयोजन स्थल से निकल रहे थे तभी अनुयायियों ने उनकी गाड़ी के मार्ग से धूल समेटना शुरू कर दिया जिससे भगदड़ मच गई।

योगी आज हाथरस का कर सकते हैं दौरा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को हाथरस का दौरा कर सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आगरा) और अलीगढ़ मंडल आयुक्त की एक टीम गठित की गई है।

दुखद घटना के बाद मंगलवार को सरकार ने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपी जानी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी।

राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है। हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश।'' योगी ने घटना पर राजनीति करने वाले दलों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘इस प्रकार की घटना पर पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बजाए राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय भी। यह समय पीड़ितों के घावों पर मरहम लगाने का है, पीड़ितों के प्रति संवेदना का है। सरकार इस मामले में पहले से संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।''

बयान के अनुसार नारायण साकार विश्व हरि के नाम से लोकप्रिय ‘भोले बाबा' के सत्संग में हाथरस जिले में लाखों अनुयायी पहुंचे हुए थे। सत्संग में प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति से अधिक अनुयायी थे।

Advertisement
Tags :
HathrasCaseLatestHathrasDeathTollRisesHathrasTragedyUpdateHathrasTragedyVictimsHathrasVictimCountReaches121HindinewsIndiaCrimeNewsLatestNewsHathrasCaseUttarPradeshNewsUpdate