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देशभर में लागू होगा प्राकृतिक खेती का हरियाणवी मॉडल

08:39 AM Aug 07, 2024 IST
देशभर में लागू होगा प्राकृतिक खेती का हरियाणवी मॉडल
आचार्य देवव्रत

चंडीगढ़, 6 अगस्त (ट्रिन्यू)
प्राकृतिक खेती का हरियाणवी मॉडल अब पूरे देश में लागू होगा। मोदी सरकार ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के प्राकृतिक खेती के आइडिया को पूरे देश में लागू करने की पहल कर दी है। पिछले दिनों नयी दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपर्दी मुर्मू की अध्यक्षता में हुए देशभर के राज्यपालों के सम्मेलन में भी आचार्य देवव्रत के प्राकृतिक कृषि मॉडल की चर्चा हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह के निर्देशों के बाद नीति आयोग हरकत में आ गया है।
नीति आयोग की एडवाजर नीलम पटेल ने राज्यपाल से बात करके मुलाकात का समय मांगा है ताकि प्राकृतिक खेती के आइडिया को गांव-गांव तक पहुंचाया जा सके। मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले आचार्य देवव्रत कुरुक्षेत्र में खुद का गुरुकुल चलाते हैं और वे प्राकृतिक खेती भी करते हैं। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहते हुए वहां उन्होंने सेब उत्पादक किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूक किया। इसका फायदा यह हुआ कि किसानों को बिना कीटनाशक व दवाइयों के कम लागत में अधिक फसल मिल रही है।
इसके बाद जब वे गुजरात के राज्यपाल बने तो उन्होंने वहां भी इस मुहिम को छेड़ा। कोरोना के बाद से अभी तक वे गुजरात के करीब दस लाख किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर मोड़ चुके हैं। अगले एक साल में उन्होंने 10 लाख और किसानों को इससे जोड़ने का टारगेट रखा है।
‘देश की सेहत, किसान का भविष्य प्राकृतिक खेती में ही निहित’ : आचार्य ने कहा कि हर साल देश में खाद्यान्न पैदा करने के लिए ढ़ाई लाख करोड़ रुपये की खाद का इस्तेमाल होता है। इससे न तो उत्पादन बढ़ता है और न ही लोगों की सेहत उत्तम रह पाती है। प्राकृतिक खेती में गाय के गोबर, गोमूत्र, एक मुट्ठी मिट्टी, थोड़ा गुड़ और किसी भी दाल के बेसन तथा पानी से तैयार जीवामृत इस्तेमाल होता है, जिसकी लागत शून्य है। आचार्य देवव्रत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि किसानों को प्राकृतिक खेती और जैविक खेती के अंतर को समझना होगा। दोनों अलग-अलग हैं। देश की सेहत और किसान का भविष्य प्राकृतिक खेती में ही निहित है। उन्होंने बताया कि नीति आयोग की सलाहकार को तमाम जरूरी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। अगले कुछ दिनों में नीति आयोग के साथ उनकी और भी बैठकें होंगी, जिसके बाद प्राकृतिक खेती के गुरुकुल माडल को पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा।

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अब हरियाणा के किसानों को प्रशिक्षित  करेंगे आचार्य देवव्रत

आचार्य देवव्रत अब हरियाणा पर भी फोकस करेंगे। पहले भी हरियाणा के किसानों को वे ट्रेनिंग दे चुके हैं लेकिन इस बार उन्होंने हरियाणा में और अधिक समय लगाने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में 9 अगस्त को वे सोनीपत, 10 को फतेहाबाद, 11 को हिसार और 12 अगस्त को जींद के किसानों के साथ संवाद करेंगे। हरियाणा सरकार भी प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजना शुरू कर चुकी है। मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में आचार्य देवव्रत ने कहा कि केंद्रीय बजट में दो साल के भीतर दो करोड़ से अधिक किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

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