बारिश से हरियाणा के हालात बिगड़े, सीएम ने आपात बैठक के बाद बुलाई एनडीआरएफ
दैनिक ट्रिब्यून टीम हरियाणा
चंडीगढ़, 10 जुलाई
हरियाणा में बारिश से हालात खराब हो रहे हैं। चंडीगढ़ मौसम विभाग ने हरियाणा के पंचकूला, अम्बाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, कैथल और करनाल के साथ दक्षिण और दक्षिण पूर्व के जिले महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत और पानीपत में भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। बिगड़ते हालातों को देखते हुए सीएम मनोहर लाल ने आपात बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्य सचिव संजीव कौशल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, प्रधान सचिव वी उमाशंकर समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी बैठक में मौजूद। सीएम मनोहर लाल ने हिमाचल के सीएम सुखविंदर सुक्खू से भी फोन पर बात की। उन्हें सूचना मिली थी कि मनाली में हरियाणा के कुछ लोग फंसे हैं।
भारी बारिश के चलते हरियाणा सरकार ने जारी की आम जनता के लिए एडवाइजरी जारी की है कि अगर जरूरत ना हो तो घर से बाहर न निकलें। बारिश के चलते जरूरत पड़ने पर स्कूलों को बंद करने के निर्देश भी जिला उपायुक्तों को दिए हैं। किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को बुलाया गया है। निचले इलाकों में लोग फंसे है तो उनके निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। बारिश के चलते प्रभावित लोगों के खाने और पीने के सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। किसी भी तरह की समस्या के लिए बाढ़ हेल्पलाइन नंबर 1070, 1077, 112, 0172-2545938 (State landline no.) पर करें संपर्क कर सकते हैं।
16 जिलों में रेड अलर्ट जारी
आज भी 16 जिलों के लिए भारी बारिश होने का रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पिछले 9 घंटे में रिकॉर्ड 38.9 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य से 764% अधिक है। इससे प्रदेश की 4 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। करनाल में बीती रात छत गिरने से पति और पत्नी की मौत हो गई।
,खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं नदियां
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से यमुनानगर में हथनीकुंड बैराज का जलस्तर 2 लाख क्यूसेक के पार पहुंच गया है। ऐसे में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए 163 गांवों को अलर्ट रहने के आदेश हैं। सोम नदी का जलस्तर 14,200 क्यूसेक के पार है। कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी के ओवरफ्लो होने और सरस्वती नदी के तटबंध टूटने से 30 गांवों की 10 हजार एकड़ से ज्यादा फसल डूब गई है। पंचकूला के कौशल्या डैम में भी देर रात 4000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यमुना के उफान पर होने के चलते दिल्ली में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।
पंचकूला में घग्गर विकराल होती जा रही है। घग्गर नदी के पार के सेक्टरों के पास से होकर बहने वाली घग्गर नदी का पानी सड़कों पर पहुंचना शुरू हो गया है। पंचकूला के सेक्टर 24, 25, 26, 27 और 28 के पास घग्गर नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। सेक्टर 25 और 26 में हर्बल पार्क पूरी तरह घग्गर नदी में डूब चुका है। घग्गर नदी किनारे बने हुए कई फुट ऊंचे व्यूप्वाइंट डूबने के कगार पर हैं।
पंचकूला-यमुनानगर नेशनल हाईवे पर यातायात बाधित
हरियाणा में पंचकूला-यमुनानगर नेशनल हाईवे पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से हाईवे पर पानी का बहाव तेज हो गया है। इसमें एक ट्रक भी फंस गया है। पिछले कुछ घंटों से हाईवे पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है।
अम्बाला में सेना और एनडीआरएफ संभालेगी मोर्चा
अम्बाला में बारिश से जलभराव को देखते हुए डीसी डॉ. शालीन ने नेशनल हाईवे-152 अम्बाला-हिसार मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया है। उन्होंने अपील की कि अम्बाला से लुधियाना नेशनल हाईवे-44 को इस समय प्रयोग में न लाएं, क्योंकि बारिश के कारण ये प्रभावित है। अंबाला डीसी ने हालात बिगड़ते देख जिले में सेना और एनडीआरएफ टीम बुला ली है।
पिंजौर-नालागढ़ नेशनल हाईवे पर वैकल्पिक पुल टूटा
पिंजौर नालागढ़ नेशनल हाईवे पर लोहगढ़ नदी और रेलवे फाटक पर निर्माणाधीन आरयूबी पर नदी पर बनाया गया अल्टरनेटिव वैकल्पिक पुल भी टूट गया है पिंजोर नालागढ़ रोड पर स्थित दर्जनों गांवों का पिंजौर से संपर्क कट गया है जबकि गत दिवस बद्दी के समीप मढ़ावाला की पुल भी पुल कल ही टूट गया था। कालका शिमला टॉय ट्रेन रूट पर अभी भी भारी बारिश से मलबा रेलवे लाइन पर गिर रहा है आज तीसरे दिन भी शिमला के लिए रेल यातायात ठप रहा( नारायणगढ़ के गांव हुसैनी स्तिथ यमकेश्वर तीर्थ का सरोवर ओवरफ्लो हो गया।
इंद्री के गांवों में घुसा पानी
पहाड़ों में लगातार हो रही बरसात और हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण इन्द्री हल्के के यमुना नदी से साथ लगते गांव में बाढ़ का पानी आ गया। गांव जपती छपरा , डेरा सिकलीगर, सैयद छपरा, नगली व डबकोली खुर्द गांवों को सम्पर्क मार्ग टूट गया है। गांव जपती छपरा में गलियों बाढ़ का घुसा पानी पहुंच गया है। यमुनानगर वाया गढ़ीबीरबल- जठलाना मार्ग पर पांच फुट पानी आने से मार्ग अवरूद्ध हो गया है। वहीं गढ़पुर टापू में सात बिहारी मजदूरों के यमुना में फंसे होने की सूचना मिलने पर प्रशासन द्वारा बचाया लिया गया है।वे सभी एक किसान के यमुना पार बने खेतों में धान की रोपाई करने गए हुए थे।