हरियाणा में मानसून ने दी दस्तक, बारिश से पानी-पानी हुए शहर, जलजमाव की स्थिति
बहादुरगढ़/रेवाड़ी/रोहतक, 29 जून (हप्र)
Haryana Weather Update: पिछले लंबे समय से भीषण गर्मी से जूझ रहे हरियाणा में मानसून ने दस्तक दे दी है। शनिवार सुबह बहादुरगढ़, रेवाड़ी व रेवाड़ी में मानसून की पहली बरसात देखने को मिली। एक तरफ जहां मानसून की पहली बरसात के चलते तापमान में भारी गिरावट देखने को मिली है ।
बारिश से तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से भी कम आ गया है। भीषण गर्मी से लोगों को निजात मिली है। वहीं दूसरी तरफ इस तेज बरसात के कारण निचले इलाकों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
मानसून की पहली बरसात बहादुरगढ़ के लोगों के लिए आफत बनकर बरसी है। बहादुरगढ़ के झज्जर रोड, झील वाला मोहल्ला, छोटू राम नगर और देव नगर की गलियों में पानी भर गया। इस बरसात ने प्रशासन के जल निकासी के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी है।
गलियों में पानी भरने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरसात से पहले प्रशासनिक अधिकारियों ने सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त करने और बरसाती नालों की सफाई करवाने पर लाखों रुपए खर्च किए थे लेकिन इसके बावजूद शहर की विभिन्न हिस्सों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। गलियों में दूर-दूर तक पानी भरा हुआ दिखाई दिया।
यह तो मानसून की पहली बरसात है। जिसकी वजह से गलियों में पानी ही पानी भरा हुआ दिखाई दे रहा है। आगे आने वाले समय में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासनिक अधिकारी क्या कदम उठाते हैं यह है देखने वाली बात होगी।
सड़कों पर जलभराव, DMC के आदेश हुए हवा हवाई
रेवाड़ी में हुई मानसून की पहली बारिश ने प्रशासन के उन तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी, जिनमें आला प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समय से पहले संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए थे कि बारिश से पहले शहर के सभी नालों की सफाई करा दी जाए, ताकि शहर में कहीं भी जलभराव की स्थिति पैदा न हो।
रेवाड़ी जिले के औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा में मानसून की पहली बारिश में ही सड़कों पर जलभराव के चलते लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। धारूहेड़ा के नंदरामपुर बास रोड, सोहना रोड आदि मार्गों के मार्गों पर बने नाली और नाले गंदगी से लबालब होने के चलते थोड़ी सी बारिश में ही सड़कों पर जलभराव हो गया और इन सड़कों से गुजरने वाले लोग हाथों में चप्पल और जूते लेकर चलते दिखाई दिए।
ऐसे में बीते दिन डीएमसी द्वारा दिए गए वो निर्देश भी हवा हवाई हो गए, जिनमें यह कहा गया था कि अगर शहर में कहीं भी जलभराव हुआ तो संबंधित विभाग जिम्मेदार होगा। हालांकि यह तो अभी ट्रेलर मात्र है। मानसून का पूरा सीजन अभी बाकी है। अब देखना यह होगा कि संबंधित विभाग शहर में जलभराव से निपटने के लिए कितना मुस्तैदी से काम करता है या फिर लोगों को हर बार की तरह इस बार भी सड़कों पर जलभराव के चलते समस्याओं से दो-चार होना पड़ेगा।
रोहतक में भी खुली प्रशासन की पोल
रोहतक में पहली ही बरसात ने प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है। करीब 15 से 20 मिनट तक हुई बरसात से शहर की अधिकांश सीवर व्यवस्था ठप्प हो गई। सीवर ओवरफ्लो हो गए और शहर में जल भराव की स्थिति पैदा हो गई।
शहर के सभी प्रमुख चौक चौराहे जलमग्न हो गए। यहां तक की रोहतक लघु सचिवालय में भी पानी भर गया। शहर के सुखपुरा चौक, नया बस स्टैंड, छोटू राम चौक, रेडियो स्टेशन, शौरी मार्केट सहित ज्यादातर कालोनियों व बाजारों में पानी भर गया।
सड़कों व गलियों में पानी भरा होने के कारण वाहन चालकों के साथ-साथ पैदल राहगीरों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। गंदे पानी के बीच से मजबूरन लोगों को होकर गुजरना पड़ रहा है। सड़कों पर जमा दो से तीन फीट पानी में स्कूटर, मोटरसाइकिल आदि दोपहिया वाहन बंद हो गए। बरसात बंद होने के घंटे बाद भी शहर में पानी भरा हुआ है