For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

Haryana Vidhansabha डॉ. रघुबीर सिंह कादियान बने प्रोटेम स्पीकर, शुक्रवार को लेंगे शपथ

02:08 PM Oct 21, 2024 IST
haryana vidhansabha डॉ  रघुबीर सिंह कादियान बने प्रोटेम स्पीकर  शुक्रवार को लेंगे शपथ
Advertisement
  1. दिवाली के बाद फिर होगा सत्र, सरकार द्वारा जारी किए गए आर्डिनेंस के बिल होंगे पेश
  2. 18 अक्तूबर को हुई कैबिनेट मीटिंग में सीएम को निर्णय के लिए अधिकृत किया गया था

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 21 अक्तूबर
Haryana Vidhansabha  हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र शुक्रवार को आयोजित होगा। सत्र की अवधि एक ही दिन रहने की उम्मीद है, जबकि दिवाली के बाद नए सिरे से सत्र बुलाया जाएगा, जिसकी अवधि तीन से चार दिन हो सकती है। शुक्रवार के सत्र में सभी विधायकों के पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। विधायकों की शपथ दिलाने के लिए पूर्व स्पीकर और हरियाणा विधानसभा के सबसे वरिष्ठ विधायक डॉ. रघुबीर सिंह कादियान को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। उनके नियुक्ति आदेश जारी किए जा चुके हैं।

Advertisement

डॉ. रघुबीर कादियान, जिन्हें प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है।

डॉ. रघुबीर सिंह कादियान बेरी हलके से सात बार विधायक रह चुके हैं। इस बार उन्होंने कांग्रेस टिकट पर बेरी से जीत हासिल की है। एक ही सीट से लगातार छह बार चुनाव जीतने वाले डॉ. कादियान पहले विधायक हैं। वे हरियाणा सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं। हुड्डा सरकार के पहले कार्यकाल में डॉ. कादियान हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। यह चौथा मौका होगा जब वे विधायकों को शपथ दिलाएंगे।

17 अक्तूबर को नायब सरकार का गठन होने के बाद 18 अक्तूबर को कैबिनेट की पहली बैठक हुई, जिसमें विधानसभा सत्र को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया था। हालांकि, कैबिनेट ने सत्र का निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को अधिकृत किया था। अब सरकार ने शुक्रवार के सत्र बुलाने का निर्णय लिया है। इस कड़ी में हरियाणा सरकार ने विधानसभा सचिव को पत्र लिखकर तैयारियों को शुरू करने का निर्देश दिया है।

Advertisement

डॉ. कादियान 16 वर्षों तक हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि के प्रोफेसर रहे हैं। वे हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी के साथ-साथ रूसी भाषा के भी जानकार हैं और किसान परिवार से जुड़ें हैं। उनके परिवार ने समाजसेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसमें झज्जर के नेहरू कॉलेज के लिए जमीन दान देना शामिल है। विद्यार्थी जीवन से ही राजनीति में सक्रिय डॉ. कादियान ने 1965-66 के दौरान हरियाणा छात्र संघ की स्थापना की। वह कई बड़े आंदोलनों में भी शामिल रहे हैं और 2004 में नयी दिल्ली में 'हरियाणा रत्न' से सम्मानित किया गया।

डॉ. रघुबीर सिंह कादियान ने 1987 में बेरी हलके से लोकदल टिकट पर पहली बार विधायक बने। इसके बाद वे कुछ चुनाव हार गए। बाद में उन्होंने लोकदल छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया। कांग्रेस टिकट पर पहली बार उन्होंने 2000 में बेरी से चुनाव जीता। 2000 के बाद से अब तक हुए सभी छह चुनावों में उन्होंने जीत दर्ज की है।

मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में 2014 में उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था और उन्होंने सभी विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। 2019 में भी उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था। इस बार भी, चूंकि वे सबसे वरिष्ठ विधायक हैं, इसलिए सरकार ने उन्हें एक्टिंग स्पीकर नियुक्त किया है। वे शुक्रवार को सभी विधायकों को शपथ दिलाएंगे।

शुक्रवार को होगा स्पीकर का चुनाव

हरियाणा विधानसभा के स्पीकर (अध्यक्ष) का चुनाव भी शुक्रवार को होगा। पहले प्रोटेम स्पीकर डॉ. रघुबीर सिंह कादियान सभी विधायकों को शपथ ग्रहण करवाएंगे, इसके बाद स्पीकर का चुनाव होगा। भाजपा 48 विधायकों के साथ पूर्ण बहुमत से सरकार में है। ऐसे में स्पीकर के चुनाव में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी। माना जा रहा है कि घरौंडा से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने वाले हरविंद्र सिंह कल्याण को विधानसभा स्पीकर बनाया जा सकता है।

करनाल जिले की सभी पांच सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। लेकिन कैबिनेट में एक भी विधायक को शामिल नहीं किया गया है। करनाल को प्रतिनिधित्व देने के लिए ही हरविंद्र सिंह कल्याण को स्पीकर बनाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

दिवाली के बाद फिर होगा सत्र

फिलहाल विधानसभा का सत्र एक दिन का ही होगा। दिवाली के बाद फिर से सत्र बुलाया जाएगा, जिसकी अवधि दो से तीन दिन हो सकती है। दिवाली के बाद होने वाले सत्र में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का अभिभाषण होगा। इस सत्र में नायब सरकार द्वारा आधा दर्जन के लगभग विधेयक भी पेश किए जाएंगे। नायब सरकार अपने पहले कार्यकाल में कई आर्डिनेंस जारी कर चुकी है, जिसमें कौशल रोजगार निगम के जरिए कार्यरत कर्मचारियों को 58 वर्ष की रिटायरमेंट उम्र तक रोजगार की गारंटी एवं स्थानीय निकायों में बीसीए को आरक्षण देने के आर्डिनेंस प्रमुख हैं।

Advertisement
Tags :
Advertisement