Haryana Startup News : स्टार्टअप में हरियाणा बना देश का 7वां बड़ा राज्य, 8800 से ज्यादा पंजीकृत; नवाचार में महिलाएं अग्रणी
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 17 जून।
Haryana Startup : नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में हरियाणा की धमक बढ़ रही है। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के साथ पंजीकृत स्टार्टअप की संख्या के मामले में हरियाणा देश का 7वां सबसे बड़ा राज्य बनकर उभरा है। डीपीआईआईटी-मान्यता प्राप्त 8,800 से अधिक स्टार्टअप की मौजूदगी राज्य में जीवंत और बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम की गवाह है, जो आर्थिक विविधीकरण और रोजगार सृजन में योगदान दे रहा है।
इतना ही नहीं, प्रदेश में 45 प्रतिशत से अधिक स्टार्टअप महिलाओं द्वारा संचालित हैं। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में मंगलवार को यहां हुई राज्य स्टार्टअप इकोसिस्टम और इनक्यूबेटर योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात सामने आई। महिलाओं द्वारा संचालित स्टार्टअप के उच्च प्रतिशत से प्रदेश के नवाचार परिदृश्य में समावेशी विकास और लैंगिक समानता पर बढ़ते फोकस का पता चलता है। देश के यूनिकॉर्न में भी हरियाणा की भूमिका उल्लेखनीय है।
देश में 117 यूनिकॉर्न में से 19 की उत्पत्ति हरियाणा में हुई है। यह राज्य के मजबूत कारोबारी माहौल, कुशल जनशक्ति तक आसान पहुंच और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी को रेखांकित करता है। इन कारकों के बल पर हरियाणा नवाचार-आधारित विकास के माध्यम से राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में स्थापित हो रहा है। प्रदेश में विभिन्न चरणों में स्टार्टअप की सहायता के लिए एक मजबूत इनक्यूबेशन इंफ्रास्ट्रक्चर भी मौजूद है।
प्रदेश के सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 25 से अधिक इनक्यूबेटर स्थापित किए गए हैं। 10 से अधिक इनक्यूबेटर निजी क्षेत्र द्वारा संचालित हैं और 10 सरकार समर्थित हैं। ये इनक्यूबेटर वर्तमान में मेंटरशिप, फंडिंग एक्सेस और बुनियादी ढांचागत सहायता सहित कई तरह की सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इसी तरह 20 से अधिक संस्थानों ने नए इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने की इच्छा जाहिर की है, जिससे शुरुआती चरण के स्टार्टअप के लिए सपोर्ट सिस्टम को और मजबूत मिलेगी।
बैठक के दौरान रस्तोगी ने कहा कि हमारा लक्ष्य एक आत्मनिर्भर पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है, जहां जमीनी स्तर से वैश्विक स्तर तक नवाचार पनपे। अपने इनक्यूबेटरों को मजबूत करके, हम न केवल कंपनियों को वित्त पोषित कर रहे हैं बल्कि हम हरियाणा से उभरने वाले वैश्विक उद्यमों की अगली पीढ़ी के लिए एक टिकाऊ नींव रख रहे हैं।