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हरियाणा : चुनाव में हारे नेताओं की घट सकती है सुरक्षा

05:00 AM Feb 24, 2025 IST
हरियाणा   चुनाव में हारे नेताओं की घट सकती है सुरक्षा
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चंडीगढ़, 23 फरवरी (ट्रिन्यू)
प्रदेश सरकार मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की सुरक्षा को लेकर समीक्षा कर रही है। इसमें बड़े बदलाव किए जा सकते हैं। इसके तहत नायब कैबिनेट में शामिल नये मंत्रियों की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है। साथ ही, विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जाे नेता हार गए हैं उनकी सुरक्षा घटाई जा सकती है। राज्य में लंबे समय से वीआईपी की सुरक्षा की समीक्षा नहीं हो पाई है। सरकार ने हाल ही में सौरभ सिंह को नया सीआईडी प्रमुख बनाया है। उन्होंने वीआईपी की सुरक्षा की समीक्षा की कार्ययोजना बनाई है। सभी जिलों से इनपुट लेकर ऐसे नेताओं को चिन्हित किया जा रहा है, जिन्हें वास्तव में सुरक्षा की जरूरत है। ऐसे नेताओं की भी अलग से सूची बनाई जा रही है, जो सिर्फ स्टेटस सिंबल के लिए सुरक्षा रखे हुए हैं।
पिछले दिनों पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को दी जाने वाली सुरक्षा पर सवाल उठाए थे। हाईकोर्ट ने इन अधिकारियों को सुरक्षा देने का कारण पूछा था।
सरकार की ओर से जवाब दिया गया था कि सीधे पब्लिक डीलिंग से जुड़े अधिकारियों को ही सुरक्षा दी गई है, जबकि इसके विपरीत कोई अधिकारी ऐसा नहीं है, जिसके पास सुरक्षा न हो। इससे लाखों रुपये का खर्च सरकारी खजाने पर बढ़ रहा है। अब सरकार की योजना सिर्फ जरूरी वीआईपी को ही सुरक्षा देने की है। विधानसभा व लोकसभा चुनाव हार चुके नेताओं व पूर्व मंत्रियों की सिक्योरिटी घटाने पर विचार चल रहा है। सभी जिलों से ऐसे इनपुट मंगा लिए गए हैं, जिन्होंने फर्जी शिकायतें देकर सुरक्षा ले रखी है। जिन वीआईपी को वास्तव में सुरक्षा की जरूरत है, उनकी सुरक्षा बढ़ाई भी जा सकती है।
इसे लेकर सिक्योरिटी असेसमेंट कमेटी (एसएसी) सीआइडी के साथ समन्वय कर रही है।
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार के आठ मंत्री चुनाव हार गए थे। इनमें कंवरपाल गुर्जर, रणजीत चौटाला, डा. कमल गुप्ता, सुभाष सुधा, संजय सिंह, अभय यादव, जयप्रकाश दलाल और असीम गोयल शामिल हैं।

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सीएम और राज्यपाल को मिली है जेड प्लस

हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ही जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है। प्रदेश के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली है। विज के अलावा डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाने वाले सीबीआई जज जगदीप सिंह व उनके परिवार को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। सिख नेता बलजीत सिंह दादूवाल को भी आतंकी इनपुट के बाद यही सुरक्षा दी गई है।

हुड्डा व मंत्रियों को वाई श्रेणी

पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। हरियाणा कांग्रेस के तत्कालीन कार्यकारी प्रधान जितेंद्र भारद्वाज को भी जान का खतरा है, लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई है। हुड्डा की सुरक्षा की श्रेणी पर जितेंद्र भारद्वाज का कहना है कि हुड्डा राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं, उन्हें पार्टी के कामों से पूरे देश में जाना पड़ता है। उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सिक्योरिटी दी जानी चाहिए। हुड्डा के अलावा सीएम सैनी के सभी कैबिनेट मंत्रियों और पूर्व मंत्री रणदीप सुरजेवाला, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई, केंद्रीय कृष्णपाल गुर्जर और राव इंद्रजीत को वाई कैटेगरी की सिक्योरिटी दी गई है। सेवानिवृत आइपीएस अनिल कुमार राव, पूर्व डीजीपी बीएस संधू, हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष बाबा कर्मजीत सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद कुमारी सैलजा, पूर्व एडीजीपी शरद कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की पत्नी जसमा देवी, सिख नेता रमणीक सिंह मान को एक्स श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है।

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