Haryana Politicals : अनिल विज की दो टूक, कहा - 'पद छीनना है तो छीन लो, फर्क नहीं पड़ता!'
अनिल शर्मा/रोहतक, 2 फरवरी
Haryana Politicals : हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज एक बार फिर अपने बेबाक अंदाज में नजर आए। मंत्री पद छोड़ने के सवाल पर विज ने दो टूक जवाब दिया – "अगर किसी को मेरा पद छीनना है तो छीन ले, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।" उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई उनकी सीनियरिटी नहीं छीन सकता और उनका एकमात्र मकसद जनता की आवाज मुख्यमंत्री तक पहुंचाना है।
विज ने कहा, "मैं सात बार विधायक रह चुका हूं, न मैंने कभी मुख्यमंत्री बनने की मांग की, न कोठी ली, न कोई लालसा रखी। अगर कोई मेरी सरकारी गाड़ी छीनना चाहता है, तो मेरे कार्यकर्ता खुद नई गाड़ी दे देंगे!"
केजरीवाल पर करारा हमला
विज ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा, "केजरीवाल झूठों के सरदार हैं, जो लोगों में डर फैलाकर गैरकानूनी काम कर रहे हैं।" उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में अगली सरकार भाजपा की होगी क्योंकि दिल्ली के लोग भ्रष्टाचारियों को दोबारा सत्ता नहीं सौंपेंगे।
बजट पर हुड्डा को घेरा
विज ने हाल ही में पेश हुए केंद्रीय बजट पर भी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तंज कसते हुए कहा, "हुड्डा को बजट पढ़ना ही नहीं आता। केंद्र सरकार ने किसानों के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, लेकिन कांग्रेस हमेशा सिर्फ विरोध के लिए विरोध करती है।"
हरियाणा रोडवेज में बड़ा सुधार
विज ने घोषणा की कि अब हरियाणा रोडवेज के ड्राइवरों को पांच बड़े बस स्टैंडों पर पर्यटन विभाग का खाना मिलेगा। साथ ही, रोडवेज की सुविधाओं में सुधार के लिए एक ट्रैकिंग एप भी विकसित किया जा रहा है।
सरकार पर सवाल लेकिन मंशा साफ
विज ने अपने ही सरकार पर सवाल उठाने को लेकर सफाई देते हुए कहा, "मैं सरकार की आलोचना इसलिए करता हूं ताकि काम सही ढंग से हो। मुख्यमंत्री को विधायक, मंत्री और जनता की बात सुननी चाहिए।" विज ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा, "आजकल कांग्रेस में गद्दारों का बोलबाला है।"
बिजली मंत्री अनिल विज का रोहतक बिजली सेवा केंद्र पर छापा
हरियाणा के बिजली मंत्री अनिल विज ने आज रोहतक के बिजली सेवा केंद्र में अचानक छापा मारा, जिससे विभाग में हड़कंप मच गया। विज ने शिकायतकर्ताओं से खुद फोन पर बात कर उनकी शिकायतों पर हुई कार्रवाई की जानकारी ली।
मंत्री विज ने एसई (सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर) को निर्देश दिए कि चार घंटे से ज्यादा लंबित शिकायतों की जांच की जाए और संबंधित स्टाफ से स्पष्टीकरण लिया जाए। छापे के दौरान एक शिकायतकर्ता की 24 घंटे पुरानी शिकायत का समाधान नहीं होने पर विज ने एसई को तत्काल जांच कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।