हरियाणा पुलिस ने 103 करोड़ रुपये का साइबर फ्रॉड रोका
चंडीगढ़, 3 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा पुलिस द्वारा नागरिकों को साइबर वित्तीय धोखाधड़ी से बचाने के लिए किए जा रहे सक्रिय प्रयासों से लोगों के नवंबर-2021 से कुल 103 करोड़ की राशि को साइबर ठगी से बचाया है। पिछले 6 महीनों यानी पहली सितंबर, 2023 से 30 अप्रैल, 2024 तक राज्य पुलिस ने 73 करोड़ की राशि को साइबर ठगों के चंगुल से बचाया है। हरियाणा पुलिस की इस उपलब्धि पर अन्य राज्यों ने हरियाणा पुलिस के मॉडल को अपनाने की इच्छा जाहिर की है।
भारत सरकार के वित मंत्रालय द्वारा 30 अप्रैल को फिनटेक एवं लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसियों के साथ विज्ञान भवन, नयी दिल्ली में आयोजित बैठक में इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला, जब हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराध रोकने को लेकर अपनाई गई बेस्ट प्रेक्टिसिज को अन्य राज्यों के साथ सांझा किया। बैठक में फिनटैक कंपनियों- गूगल पे, फोन-पे, पेटीएम तथा अमेजान सहित 60 अन्य कंपनियां ने भाग लिया।
डीजीपी शत्रुजीत कपूर का कहना है कि साइबर टीम को मजबूत किया है। सबसे पहले साइबर हेल्पलाइन नंबर पर तैनात कर्मियों की संख्या को दोगुना करते हुए उनकी संख्या को 70 किया गया। इन सभी पुलिसकर्मियों को उच्च स्तर का प्रशिक्षण दिया गया और उनकी अलग-अलग शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई। साइबर अपराध नियंत्रण में बैंको की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए साइबर सुरक्षा संबंधी चुनौतियों से निपटने को लेकर हरियाणा पुलिस ने बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए मौजूदा कमियों को दूर करने की कार्य योजना तैयार की।
इसी कड़ी में एचडीएफसी बैंक ने हरियाणा पुलिस के साथ पायलट तौर पर काम किया। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए। हरियाणा पुलिस की टीम के साथ वर्तमान में 8 बड़े बैंकों के 13 नोडल अधिकारी काम कर रहे हैं। पुलिस द्वारा बिहार, राजस्थान, झारखंड, बिहार सहित कई राज्यों के ऐसे 50 स्थानों को सूचीबद्ध किया, जहां से साइबर फ्रॉड को लेकर सबसे अधिक अपराधी फोन पर सक्रिय हैं। पहली जनवरी, 2023 से लेकर अप्रैल-2024 तक साइबर अपराध को लेकर 3810 मामले दर्ज किए और 2638 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।