Haryana-Patato-20 साल से आलू की उच्च गुणवत्ता का बीज तैयार कर रहा बेचिराग गांव
बिजेंद्र सिंह/हप्र
पानीपत, 17 दिसंबर
राजस्व रिकार्ड में बेचिराग गांव सेवा खेड़ी की 32 एकड़ जमीन पर हरियाणा बागवानी विभाग का दशकों पुराना टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन सेंटर बना हुआ है। इसी सेंटर पर उद्यान विभाग द्वारा करीब 20 साल से आलू का टिशु कल्चर जनित उच्च गुणवता का अगेती वैरायटी का बीज आलू प्रौद्योगिकी केंद्र शामगढ़, करनाल के सहयोग से तैयार करके किसानों को दिया जाता है। इस सेंटर पर अब आलू की कूफरी पुखराज, कूफरी मोहन व कूफरी नीलकंठ वैरायटी बीज के लिये लगाई हुई है। यह सेंटर सनौली रोड पर उग्राखेड़ी से ऐतिहासिक काला आम्ब रोड पर स्थित है।
पानीपत में आलू की वैरायटी कूफरी पुखराज व कूफरी मोहन की ज्यादा मांग है। यह आलू की अगेती वैरायटी है और 65-70 दिन में इसकी फसल तैयार हो जाती है। सितंबर माह के अंत में इसकी बिजाई होती है और दिसंबर में आलू की फसल तैयार होती है। इससे किसानों को इन दोनों वैरायटियों का अच्छा भाव मिलता है। आलू के बाद किसान उसमें अगेता खरबूजा, तरबूज व खीरा आदि लगा सकते हैं। नीलकंठ वैरायटी का आलू करीब 80 दिनों में तैयार होता है। विभाग के विषय वस्तु विशेषज्ञ संदीप नागर व महाबीर शर्मा अभी सेंटर पर कार्यरत है।
किसानों को भी अनुदान देती है सरकार
डीएचओ डा. शार्दूल शंकर ने बताया कि सरकार द्वारा आलू के बीज का उत्पादन करने वाले किसानों को आईएचडी स्कीम के तहत 12 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाता है और एक किसान साढ़े 12 एकड़ तक अनुदान ले सकता है।
बीज लेने के लिये पोर्टल पर होगा आवेदन
संदीप नागर व महाबीर शर्मा ने बताया कि सेंटर से उच्च गुणवत्ता का आलू का बीज लेने के लिये किसानों को फरवरी में पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा और आलू के बीज की कीमत के रुपये भी ऑनलाइन ही जमा कराने होंगेे। यहां पर आलू मार्च माह में तैयार हो जाएगा। किसान चाहे तो मार्च में ही बीज ले सकते हैं। यहां कोल्ड स्टोर की सुविधा भी है जहां से किसान बिजाई के समय सितंबर-अक्तूबर में बीज ले सकते हैं।