Haryana News : मजदूर इटली, फ्रांस और जर्मनी में, जॉब कार्ड बनाये कैथल में
कैथल, 27 नवंबर (हप्र)
कैथल में मनरेगा में मजदूरी के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला होने की शिकायत लेकर कुछ लोग डीसी के दरबार पहुंचे। शिकायकर्ता लोगों का आरोप है कि कई ऐसे लोग हैं जो कैथल में रहते नहीं और यहां उनके मनरेगा स्कीम में जॉब कार्ड बने हुए हैं। आरोप है कि इन लोगों ने फर्जी तरीके से यहां जॉब कार्ड बनवा लिए जबकि ये लोग लंबे समय से जर्मनी, इटली, फ्रांस जैसे देशों में रहते हैं। घोटाला करने वालों ने लंबे समय से विदेश में रहने वाले लोगों के नाम से ही जॉब कार्ड बनवाकर पैसा हड़प लिया। इन शातिर लोगों ने उनकी हाजिरी लगाकर पैसे भी निकलवाए गए। आरोप है कि असल में वे व्यक्ति गांव में रहते ही नहीं।
शिकायतकर्ता अमरीक सिंह का आरोप है कि ऐसे एक-दो नहीं, बल्कि 20 से 22 लोगों के फर्जी जॉब कार्ड बनाकर सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया गया है। इस घोटाले में मनरेगा मेट और अधिकारियों तक की मिलीभगत बताई जा रही है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसने कई महीने पहले शिकायत की थी, लेकिन आज तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि अगर मामले की निष्पक्ष जांच की जाए तो यह करीब 30 लाख का घोटाला है। शिकायतकर्ता अमरीक सिंह का आरोप है कि उनके गांव ककराला के गरीब लोगों को मनरेगा का काम मिला नहीं। उनकी जगह गांव के 24 लोगों को मजदूर दिखाया गया है। उनके जॉब कार्ड बने हैं। जबकि, ये लोग जर्मनी, इटली, पुर्तगाल, मलेशिया, फ्रांस, आदि देशों में गए हैं।
अमरीक सिंह ने का आरोप है कि उनके गांव में मनरेगा में जो असल मजदूर काम कर रहे हैं, उनकी संख्या 40 के करीब है। जबकि गांव में 328 व्यक्तियों के जॉब कार्ड बने हैं। साल 2022 से उन फर्जी मजदूरों के खाते में पैसे जा रहे हैं, जो देश में हैं ही नहीं। आरोप यह भी है कि वे लंबे समय से इसकी शिकायत कर रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वे बीडीपीओ से लेकर डीसी तक को अपना दुखड़ा रो चुके हैं।
उधर, इस बारे में गांव के सरपंच मलक सिंह बताते हैं कि इस संदर्भ में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इस तरह का कोई मामला भी उनके संज्ञान में नहीं है। इस बारे में वे मनरेगा मेट से बात कर सकते हैं वो इस बारे में बता सकते हैं।
‘आरोप सही मिले तो होगी कानूनी कार्रवाई’
जिला परिषद की डिप्टी सीओ ऋतु लाठर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में अभी आया है। इस बारे में संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट लेंगी। यदि शिकायत में लगाए गए आरोप सही पाए जाएंगे, तो दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी अभी डेंगू होने की वजह से छुट्टी पर हैं। इसके बाद उनके इस बारे में बात की जाएगी और इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।