Haryana News : ‘परिंदे की हालत ये क्या हो गई, तलब आसमां की थी, जमीन भी खो गई’ , विधानसभा में शायराना हुए सीएम सैनी
दिनेश भारद्वाज/चंडीगढ़, 13 मार्च (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Haryana News : ‘परिंदे की हालत क्या हो गई, तलब आसमां की थी, जमीन भी खो गई...!’ कुछ इसी अंदाज में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बृहस्पतिवार को विधानसभा में विपक्ष पर हमलावर हुए नजर आए। विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले ही कांग्रेसियों द्वारा मंत्रालय (विभाग) बांटने पर चुटकी लेते हुए नायब ने कहा कि प्रदेश के लोगों ने इस बार इन्हें (कांग्रेस) को जीरो पर आउट कर दिया। निकाय चुनाव के नतीजों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण ही लोगों बार-बार कांग्रेस को नकार रहे हैं।
राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के बाद अपने रिप्लाई में नायब ने शायराना अंदाज में भी विपक्ष पर हमला बोला और वे ठेठ हरियाणवी में भी मुस्कुराते हुए विपक्ष पर चुटकियां लेते रहे। नौकरियों में पर्ची-खर्ची, भ्रष्टाचार के आरोपों, विकास कार्यों सहित कई मुद्दों पर उन्होंने ना केवल जवाब दिया बल्कि पूर्व की कांग्रेस सरकार से अपनी सरकार की तुलना भी की। शुरूआती दौर में ही कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद कांग्रेसी लौटकर नहीं आए।
हालांकि इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल और अर्जुन चौटाला सदन में मौजूद रहे। इनेलो विधायकों की ओर इशारा करते हुए नायब ने कहा – वे बेशक चले गए लेकिन आप मत जाइए। 2029 में हो सकता है कांग्रेस वाले नहीं इनेलो वाले भाजपा सरकार के सामने वाले बेंच (विपक्ष) पर बैठे नजर आएं। कांग्रेस की आगे भी सत्ता नहीं आने का दावा सा करते दिखे सीएम ने शायराना अंदाज में कहा - जल्दी जागना हमेशा अच्छा होता है, फिर चाहे वो नींद से हो, अहम से हो या वहम से हो।
करीब तीन घंटे के जवाब में कांग्रेस उनके टारगेट पर रही। अभिभाषण पर विपक्ष द्वारा उठाए गए अधिकांश सवालों का जवाब देने की भी कोशिश उन्होंने की। कांग्रेस ने चुनावों में दो लाख नौकरियां देने का वादा भी किया था। इसके बाद कांग्रेस के जिन-जिन प्रत्याशियों ने पर्ची से नौकरियां देने की बात कही थी, उन सभी का जिक्र भी सीएम सदन में करने से पीछे नहीं हटे। कहा – राहुल गांधी ने तो चुनाव प्रचार की शुरूआत भी वहां से की जहां के प्रत्याशी पहले अपना और फिर रिश्तेदारों का घर भरने की बात कर रहे थे।
निकाय में जीरो पर आउट
सीएम ने कहा कि विस चुनावों के नतीजों से पहले विभाग बांटने वाले नेताओं को अब निकाय चुनावों में भी कुछ हाथ नहीं लगा। लोगों ने जीरो पर आउट कर दिया। जनता ने उन्हें राज्य की राजनीति से बाहर कर दिया है। सीएम ने कहा – 2029 के चुनाव में विपक्ष विधानसभा में बैठने लायक भी नहीं रहेगा। कांग्रेस के वॉकआउट पर कटाक्ष करते हुए नायब ने कहा – हम तो चाहते थे कि ये हमारे सामने बैठकर हमारी बात सुनें। लेकिन इन्हें यहां बैठना ही पसंद नहीं है।
भेदभाव व क्षेत्रवाद पर की चोट
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 10 साल पहले 2014 में जब भाजपा ने सत्ता संभाली तो प्रदेश में क्षेत्रवाद, भ्रष्टाचार व भाई भतीजावाद का आलम था। भाजपा ने इसे खत्म करने का काम किया है। खुद के एक साल के कार्यकाल की रिकार्ड रखते हुए कहा – लोगों से किए गए हर वादे को पूरा किया जाएगा। प्रदेश में ट्रिपल इंजन की सरकार है। निकायों में मिली जीत के बाद हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है और हम लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।
झूठों का है दबदबा, सच्चे हुए जलील
कांग्रेस द्वारा बार-बार भाजपा के ‘संकल्प-पत्र’ को लेकर उठाए जा रहे सवालों का भी नायब ने बड़ी बेबाकी से जवाब दिया। पलटवार करते हुए कहा - हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में किए वादों को आज तक पूरा नहीं किया। हमने तो 100 दिन में 19 वादे पूर कर दिए हैं और 12 और पूरे करने वाले हैं। विपक्ष के आरोपों को तर्कहीन बताते हुए कहा - चश्मदीद अंधा बना, बहरा सुने दलील, झूठों का है दबदबा, सच्चे हुए जलील। उन्होंने कहा कि लोगों को झूठे वादे करके कांग्रेस ने पहले हिमाचल, फिर कर्नाटक और तेलंगाना में सरकार बनाई।
जनता को मोदी पर विश्वास हुआ
कांग्रेसियों के वॉकआउट पर सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने सदन से बाहर जाकर गलत किया है। कांग्रेस के इस फैसले पर शेर दागते हुए नायब ने कहा - गांव शहर और नगर-नगर, हर डगर-डगर का विकास हुआ। विपक्ष की खुल गई पोल, जनता को मोदी पर विश्वास हुआ। आखिर में फिर से शायराना तरीके से ही कांग्रेस को जवाब देते हुए सीएम ने कहा - जिस हवा का दीपक बुझाना ध्येय हो, उस हवा में दीपक जलाना धर्म है, जिन मुश्किलों में मुस्कुराना हो मना, उन मुश्किलों में मुस्कुराना धर्म है। कांग्रेस की गैर-मौजूदगी में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पास कर दिया गया।
हरविन्द्र को कहा अध्यक्ष जी महाराज
मुख्यमंत्री का बोलने का अपना ही अंदाज है। जवाब के दौरान वे मुस्कुराते ही रहे। कई बार वे ठहाके मारकर भी हंसे। पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की नीतियों और प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के लिए किए गए उनके कार्यों की कई बार प्रशंसा की। स्पीकर हरविन्द्र कल्याण को भी नायब पूरा मान-सम्मान देते दिखे। कई बार तो उन्होंने स्पीकर को अध्यक्ष जी महाराज कहकर बुलाया। सीएम के पास पानी पहुंचाने के बाद स्पीकर ने भी चुटकी लेते हुए कहा - पानी आ गया है, पी लीजिए।