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Haryana News: कैश अवॉर्ड और नौकरी से वंचित रहेंगे कोलंबो में पदक जीते ये खिलाड़ी, जानें क्या है वजह

03:00 PM Jun 01, 2025 IST
haryana news  कैश अवॉर्ड और नौकरी से वंचित रहेंगे कोलंबो में पदक जीते ये खिलाड़ी  जानें क्या है वजह
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 1 जून

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Haryana News:  देश के लिए मेडल हासिल करने वाले हरियाणा के 17 खिलाड़ी किसी भी ‘कोटे’ में नहीं हैं। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में 10 से 23 मई तक हुई एएसबीसी चैम्पियनशिप में भाग लेने वाले भारतीय दल के 19 खिलाड़ियों ने कुल 17 मेडल हासिल किए। अहम बात यह है कि इनमें से 17 खिलाड़ी हरियाणा और दो राजस्थान के हैं। इन खिलाड़ियों को प्रदेश की नायब सरकार की खेल पॉलिसी का कोई भी लाभ इसलिए नहीं मिल पाएगा, क्योंकि इन्होंने जिस फेडरेशन के बैनर तले इन खेलों में भाग लिया, वह फेडरेशन मान्यता प्राप्त ही नहीं है।

यह बात खुद फेडरेशन के पदाधिकारियों ने भी स्वीकार की है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि भारतीय खेल मंत्रालय से जल्द ही इस विवाद को लेकर निर्णय हो जाएगा। दरअसल, खेल मंत्रालय ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पर ही रोक लगाई हुई है और सभी फंड रोके हुए हैं। वहीं हरियाणा ओलंपिक संघ ही नहीं, हरियाणा बॉक्सिंग फेडरेशन ने भी इन खिलाड़ियों को श्रीलंका लेकर जाने वाली भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन से किनारा कर लिया है। उनका कहना है कि यह फेडरेशन उनके साथ संबद्ध नहीं है।

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पूरा मामला प्रदेश के खेल मंत्री गौरव गौतम के नोटिस में भी पहुंच गया है। कोलंबो में हुई चैम्पियनशिप में भारत के अलावा अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कंबोडिया, फ्रेंच पोलिनेशिया, आईबीए-इंडिया, इंडोनेशिया, इराक, कज़ाखस्तान, किर्गिज़स्तान, कुवैत, मलेशिया, मंगोलिया, नेपाल, न्यूज़ीलैंड, आईबीए-पाकिस्तान, सऊदी अरब, श्रीलंका, ताजिकिस्तान, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, उज़्बेकिस्तान और वियतनाम सहित कुल 23 देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया।

अहम बात यह है कि भारत की ओर से गैर-मान्यता प्राप्त से भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन ने 19 बॉक्सरों को कोलंबो भेजा। इनमें से 17 प्रतिभागियों ने एक गोल्ड, 10 सिल्वर और 6 ब्रांज मेडल हासिल किए। माही सिवाच के पंच के बूते देश की झोली में गोल्ड मेडल आया। वहीं नैन्सी, हिमांशी पंघाल व पायल जाखड़ ने रजत तथा संजना, निधि और खुशी ने कांस्य पदक हासिल किया। युवा महिला वर्ग में चंचल कुमारी, कशिश मालिक, प्रिया गर्ग, अनुष्का शर्मा व गरिमा सेहरावत ने सिल्वर मेडल हासिल किया। युवा पुरुष वर्ग में मोहित और यश ने रजत तथा हर्षित, तरुण और अभिषेक ने कांस्य पदक जीता। अंडर-22 महिला वर्ग में शिवानी तथा पुरुष वर्ग में शुभम ने भी भाग लिया।

नहीं मिलेगा कैश अवार्ड

इन खिलाड़ियों ने कोलंबो में बेशक भारत का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन हरियाणा के खिलाड़ियों को खेल पॉलिसी का कोई लाभ नहीं मिलेगा। उन्हीं खिलाड़ियों को खेल पॉलिसी का लाभ मिल सकता है, जो मान्यता प्राप्त फेडरेशन, संघ या एसोसिएशन के बैनर तले खेलों में भाग लेते हैं। हरियाणा की नायब सरकार की खेल नीति के तहत पदक विजेता खिलाड़ियों को ग्रेडेशन सर्टिफिकेट, कैश अवार्ड सहित दूसरी कई सुविधाएं मिलती हैं। ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के बेतू सरकारी नौकरी में भी आरक्षण की सुविधा है, लेकिन ये बॉक्सिंग खिलाड़ी इनमें से किसी सुविधा का लाभ नहीं ले सकेंगे।

पदाधिकारियों में विरोधाभास

खिलाड़ियों को श्रीलंका में लेकर जाने वाली भारतीय एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के पदाधिकारियों की बातों में भी विरोधाभास है। दैनिक ट्रिब्यून से बातचीत में फेडरेशन के महासचिव राकेश ठकरान ने कहा कि खिलाड़ियों को डायरेक्ट इन्वाइट किया गया था। वहीं फेडरेशन के ही पदाधिकारी डॉ़ राजीव गोदारा का कहना है कि खिलाड़ियों के चयन के लिए 15 अप्रैल को फरीदाबाद में ओपन ट्रायल हुआ था।

राकेश ठकरान ने स्वीकार किया कि उनकी फेडरेशन अभी मान्यता प्राप्त नहीं है। उनका कहना है कि बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को ही अभी बैन किया हुआ है। खेल मंत्रालय द्वारा इस पर फैसला लिया जाना है। हमारी मान्यता की प्रक्रिया भी चल रही है। खिलाड़ियों को कैश अवार्ड व ग्रेडेशन सर्टिफिकेट नहीं मिलने के सवाल पर ठकरान ने कहा कि यह तो अब सरकार पर ही निर्भर करता है कि पदक विजेता खिलाड़ियों को कोई लाभ मिलेगा या नहीं।

खिलाड़ी केवल मान्यता प्राप्त फेडरेशन के साथ ही जुड़ेंः बैनीवाल

हरियाणा ओलंपिक संघ के अध्यक्ष कप्तान मीनू बैनीवाल का कहना है कि हरियाणा में अकेले बॉक्सिंग नहीं बल्कि अलग-अलग खेलों के लिए लोगों ने अपनी-अपनी फेडरेशन, संघ और एसोसिएशन बनाई हुई हैं। खिलाड़ियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे केवल मान्यता प्राप्त फेडरेशन के साथ ही जुड़ें। कोलंबो में बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में हरियाणा के 17 खिलाड़ियों को भेजने का मामला हमारे नोटिस में आया है। खिलाड़ियों को लेकर जाने वाली फेडरेशन ना तो हमारे साथ और ना ही भारतीय ओलंपिक संघ से मान्यता प्राप्त है। किसी को भी खिलाड़ियों को भ्रमित नहीं करना चाहिए। गैर-मान्यता प्राप्त संघों के जरिये खेलने वाले खिलाड़ियों को सरकार की पॉलिसी के तहत कोई भी लाभ नहीं दिया जा सकता।

मुझे अभी तक सूचना नहीं: खेल मंत्री

खेल मंत्री गौरव गौतम का कहना है कि श्रीलंका के कोलंबो में बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में हरियाणा के खिलाड़ियों को गैर-मान्यता प्राप्त फेडरेशन द्वारा लेकर जाने की मुझे अभी तक सूचना नहीं है। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो खेल विभाग इसकी जांच करवाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। केवल उन्हीं खिलाड़ियों को ग्रेडेशन सर्टिफिकेट, कैश अवार्ड व दूसरी सुविधाएं मिल सकती हैं, जो मान्यता प्राप्त फेडरेशन के बैनर तले खेलों में भाग लेते हैं।

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