मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

Haryana News : भविष्य संवारने के लिए वर्तमान को खतरे में डाल रहे विद्यार्थी

08:28 AM Dec 19, 2024 IST
चरखी दादरी के बाढड़ा कस्बे में कड़कड़ाती ठंड के दौरान निजी बसों की छत पर यात्रा करते विद्यार्थी।-हप्र

प्रदीप साहू/हप्र
चरखी दादरी, 18 दिसंबर
भविष्य की चिंता हर कोई करता है और उसी प्लानिंग के तहत लोग काम करते हैं। लेकिन चरखी दादरी में विद्यार्थी अपना भविष्य संवारने के लिए वर्तमान को खतरे में डाल रहे हैं। चरखी दादरी जिले के कई रूटों पर सुबह के समय कड़कड़ाती ठंड में बसों की कमी के चलते विद्यार्थियों को अपना भविष्य संवारने के चक्कर में निजी बसों की छतों पर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं निजी बस संचालक भी किराया वसूलने के चक्कर में बच्चों की जान जोखिम में डालकर कड़कड़ाती ठंड में विद्यार्थियों को बस की छत पर यात्रा करवाकर चांदी कूट रहे हैं। मामले को लेकर रोडवेज विभाग व प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से मूकदर्शक बने हुए हैं, जिसके चलते किसी भी समय कोई बड़ा हादसा सामने आ सकता है।
बता दें चरखी दादरी व बाढड़ा कस्बे में प्रतिदिन दर्जनों गांवों से हजारों विद्यार्थी विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाते हैं। कई रूटों पर बसों की भारी किल्लत के चलते विद्यार्थियों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। इन परेशानियों के चलते कई बार विद्यार्थी रोड जाम व धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं लेकिन समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो पाया है। इसके चलते विद्यार्थी जैसे-तैसे शिक्षण संस्थानों में पहुुंचने को मजबूर हैं।
विद्यार्थी माेहित, सोनू, अमित, दीपक, पंकज, साहिल आदि ने बताया कि सुबह के समय बसें कम आती हैं जिसके चलते उन्हें समय पर स्कूल पहुंचने में दिक्कत आती है। उन्होंने बताया कि उनके स्कूल जाने के समय पर निजी बसें आती हैं लेकिन इनमें भीड़ होने के कारण परिचालक उन्हें छत पर चढ़ा देते हैं और उनसे किराया भी वसूल किया जाता है। ठंड के मौसम में विद्यार्थी बसों की छतों पर यात्रा करने को मजबूर हैं जो कहीं ना कहीं सरकार के दावों की पोल खोल रहा है। दादरी डिपो महाप्रंबधक नवीन शर्मा ने कहा कि बसों की छतों पर यात्रा करना गलत है। निजी बसों की छतों पर विद्यार्थियों को यात्रा करनी पड़ रही है, यह उनके संज्ञान में नहीं है। जहां किसी भी रूट पर दिक्कत है वहां पर बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे।

Advertisement

Advertisement