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Haryana News : ‘रेजांगला वॉर, दिवाली बासठ की’ ने दर्शकों को किया भावविभोर

08:25 AM Dec 19, 2024 IST
रेवाड़ी के बाल भवन में नाटक ‘रेजांगला वॉर, दिवाली बासठ की’ में प्रस्तुति देते कलाकार। -हप्र

रेवाड़ी, 18 दिसंबर (हप्र)
बंजारा संस्था के तत्वावधान में भारत-चीन के बीच 1962 में हुई लड़ाई तथा मार्मिक शहादत पर केन्द्रित नाटक ‘रेजांगला वॉर, दिवाली बासठ की’ के मंचन ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। बाल भवन में मंगलवार देर शाम तक इस नाटक मंचन ने भीषण ठंड में दर्शकों को बांधे रखा। जम्मू कश्मीर के लेह लद्दाख क्षेत्र के अंतर्गत सामरिक महत्व की चौकी रेजांगला पर दो सगे भाइयों की मार्मिक शहादत के अलावा अहीरवाल के रणबांकुरों के शौर्य, पराक्रम एवं बलिदान को इस नाटक में बड़ी संजीदगी के साथ मंचित किया गया।
बंजारा के निदेशक तथा जाने-माने बॉलीवुड अभिनेता विजय भाटोटिया के निर्देशन में मंचित इस नाटक में भारतीय सेना की 13 कुमाऊं की चार्ली कम्पनी के 114 जवानों की शहादत का भावपूर्ण स्मरण किया गया। सत्यवीर नाहड़िया द्वारा लिखित इस नाटक की पटकथा, संवाद व गीत तथा बूटा सिंह का संगीत खूब सराहा गया। नाटक में कलाकारों सलीम हरियाणवी, विनोद शर्मा, योगेश कौशिक, मयंक सैनी, प्रतीक गर्ग, धीरज शर्मा, रजनी, गोविंद, गजानंद, देवेन्द्र, रविन्द्र, विनय सैनी, सन्नी, अभिषेक, अंश नारायण, केशव कुमार ने जीवंत अभिनय कर छाप छोड़ी।
इस नाट्य संध्या में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए पब्लिक एजुकेशन बोर्ड के अध्यक्ष एवं उद्योगपति अशोक सोमाणी ने इस नाटक को अहीरवाल की सैनिक संस्कृति का जीवंत दस्तावेज करार देते हुए निर्देशक, लेखक व कलाकारों की बधाई दी। विशिष्ट अतिथि लघु उद्योग के जिला अध्यक्ष एवं समाजसेवी संजय डाटा ने इस नाटक को शहादत की पराकाष्ठा बताते हुए रेजांगला शहादत को अहीरवाल तथा देश की प्रेरणा बताया। रेजांगला शौर्य समिति के महासचिव नरेश चौहान एडवोकेट ने इस नाटक को अंतिम सांस तथा आखिरी गोली तक विषम परिस्थितियों में लड़ी गई इस लड़ाई के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि बताते हुए इसके देशभर में मंचन का सुझाव दिया।
निर्देशक विजय भाटोटिया ने जिला बाल कल्याण अधिकारी वीरेन्द्र यादव, कलाकारों, सामाजिक संगठनों, दर्शकों तथा बंजारा परिवार के रचनात्मक सहयोग का आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि शीघ्र इस नाटक का मंचन अहीरवाल, राजस्थान, दिल्ली तथा मुम्बई में किया जाएगा। मंच का कुशल प्रबंधन विक्रान्त सैनी एवं राघव ने किया। प्राध्यापक सुधीर यादव के कुशल संचालन में हुए इस कार्यक्रम में प्रख्यात नृत्यांगना एवं अभिनेत्री लीला सैनी, इफको के पदाधिकारी नरेश कौशिक, प्रहलाद सिंह भाटोटिया, कवि राजेश भुलक्कड़, नाहर सिंह, तेजभान कुकरेजा, डॉ. हरिप्रकाश यादव, विश्वदत्त, कैलाशचंद भारद्वाज आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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