Haryana News : 45.90 मेगावाट के 9600 से अधिक रूफटॉप सोलर लगाए
चंडीगढ़, 12 दिसंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा में अब तक 45.90 मेगावाट की संयुक्त क्षमता के 9,600 से अधिक रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाए जा चुके हैं। सरकार द्वारा सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लाभार्थियों को अब तक 52.54 करोड़ की सब्सिडी वितरित की गई है।
यह जानकारी बृहस्पतिवार को मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा के लिए बुलाई गई राज्य स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में दी गई। बैठक के दौरान बताया गया कि राज्य सरकार सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विभाग द्वारा सरकारी संपत्तियों के डेटा प्रबंधन को सुचारू बनाने के लिए एक केंद्रीकृत पोर्टल विकसित किया जा रहा है। इसी कड़ी में 3,000 से अधिक भवनों के स्थल सर्वेक्षण पूरा हो चुका है, जिनमें 91.78 मेगावाट की संभावित सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता की पहचान की गई है।
इसके अलावा, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा कैपेक्स मॉडल के तहत 8.4 मेगावाट ग्रिड से जुड़ी रूफटॉप सौर परियोजना के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं। सरकार द्वारा, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित सोलर मॉडल गांवों की भी पहचान की जा रही है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा की परिवर्तनकारी क्षमता को प्रदर्शित करेंगे। एक अनूठी पहल के तहत, हरियाणा सरकार द्वारा प्रतिस्पर्धी चुनौती के माध्यम से गांवों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक जिले में सबसे अधिक सौर ऊर्जा अपनाने वाले गांव को मॉडल सोलर विलेज के तौर पर नामित किया जा रहा है। बैठक के दौरान मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना के लक्ष्यों को हासिल करने में बैंकों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रक्रिया में बैंकों को सक्रिय रूप से शामिल किया जाए ताकि लाभार्थियों को ऋण की सुचारू सुविधा मिल सके।
हरियाणा में नहीं बनेगा सौर ऊर्जा पार्क
प्रदेश में परंपरागत बिजली स्त्रोतों के साथ सौर ऊर्जा नया विकल्प बनेगी। केंद्र सरकार की ओर से हरियाणा में सरकारी भवनों में घरों की छतों के जरिये 818 मेगावाट उत्पादन क्षमता बढ़ाई जाएगी। हालांकि प्रदेश में भूमि की उपलब्धता कम होने के चलते केंद्र सरकार सौर ऊर्जा पार्क स्थापित करने की बजाय रूफ टॉप को ही तरजीह देगी। राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने सदन में सौर ऊर्जा तथा अन्य पर्यावरण अनुकूल नवीनीकरण ऊर्जा स्त्रोतों के जरिये सरकारी भवनों व कार्यालयों को पूर्णत आत्मनिर्भर बनाने का मुद्दा उठाया। नवीन और नवीनीकरण ऊर्जा एवं विद्युत राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाइक ने इसका जवाब दिया।