Haryana News : कैथल के 148 गांवों में पेयजल की गुणवत्ता की जांच करेगी मोबाइल लैब
ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 1 दिसंबर
ग्रामीण क्षेत्र में घरों में सप्लाई किया जा रहा पानी पीने योग्य है या नहीं इसकी जांच के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की मोबाइल वॉटर टेस्टिंग लैब 2 दिसंबर से 31 दिसंबर तक कैथल में रहेगी।
इस दौरान मोबाइल लैब के जरिए कैथल, ढांड, पूंडरी, सीवन, गुहला, राजौंद, व कलायत खंड के 148 गांव में ऑन साइट सैंपल लिए जाएंगे। एक दिन में मोबाइल लैब 7 गांवों में सैंपल ले सकेगी।
सैंपल लेने के 20 से 25 मिनट के अंदर मौके पर ही मोबाइल लैब से रिपोर्ट तैयार होगी। मोबाइल लैब के जरिए पानी के 10 पैरामीटर की जांच की जाएगी। रिपोर्ट आते ही घरों में सप्लाई किया जा रहा पानी पीने योग्य है या नहीं इसका पता चल जाएगा। अगर पीने के पानी में किसी तरह की खराबी पाई जाती है तो यह रिपोर्ट विभाग की वेबसाइट पर अपलोड होने के साथ-साथ संबंधित गांव के जेई के पास भी जाएगी ताकि पानी में आई कमी को दूर करवाया जा सके। अगर पानी सभी पैरामीटर पर फेल हो जाता है या किसी सूरत में पीने योग्य नहीं है तो विभाग द्वारा तुरंत ट्यूबवैल से सप्लाई बंद की जाएगी और नये सोर्स से पानी की सप्लाई तक वैकल्पिक व्यवस्था जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा की जाएगी।
यह रहेगा शेड्यूल, लोग करवा सकते हैं पानी की जांच
जिला सलाहकार दीपक कुमार ने बताया कि नोडल अधिकारी कम कार्यकारी अभियंता प्रशांत सिलवानिया के आदेशअनुसार वाटर टेस्टिंग लैब 2 दिसंबर से 5 दिसंबर कैथल खंड में, 6 दिसंबर से 10 दिसंबर ढांड खंड में, 11 दिसंबर से 13 दिसंबर पुंडरी खंड में, 16 दिसंबर से 18 दिसंबर सीवन खंड में, 19 दिसंबर से 24 दिसंबर गुहला खंड में, 26 दिसंबर से 27 दिसंबर राजौंद खंड में, 30 दिसंबर से 31 दिसंबर कलायत खंड में गांव-गांव जाकर पेयजल की गुणवत्ता की जांच करेगी। पूरे हरियाणा में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की एक मोबाइल वाटर टेस्टिंग लैब है, जो गांव-गांव जाकर मौके पर ही पानी का सैंपल की जांच करती है और 20 से 25 मिनट में अपनी रिपोर्ट देकर बता देती है कि पानी पीने योग्य है या नहीं।