Haryana News : जींद जिप चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बुलाई बैठक रद्द
जींद, 13 दिसंबर (हप्र)
शुक्रवार को बुलाई गई जींद जिला परिषद की विशेष बैठक स्थगित हो गई। इससे जिला परिषद चेयरपर्सन मनीषा रंधावा को जीवनदान मिला है। वह अपने विरोधियों को जिला परिषद की राजनीति में फिलहाल पटकनी देने में कामयाब रही हैं। अब उनके विरोधियों को नए सिरे से रणनीति बनानी होगी। शुक्रवार को जिला परिषद की विशेष बैठक डीसी मोहम्मद इमरान रजा की अध्यक्षता मे होनी थी, जिसमें चेयरपर्सन मनीषा रंधावा के खिलाफ विरोधी गुट द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर विचार होना था। चेयरपर्सन की किस्मत का फैसला बैठक में होना था कि उनकी कुर्सी जाती है या वह अविश्वास प्रस्ताव को नाकाम करती है। यहां जिला परिषद चेयरपर्सन मनीषा रंधावा के खिलाफ आने वाला अविश्वास प्रस्ताव उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा के आकस्मिक अवकाश पर चले जाने के कारण टल गया। इससे जिला परिषद चेयरपर्सन को जीवनदान मिल गया है।
19 पार्षदों ने बजाया था बगावत का बिगुल
जिला परिषद चेयरपर्सन मनीषा रंधावा के खिलाफ 19 जिला पार्षदों ने बगावत का बिगुल बजाया था। 2 दिसंबर को उपायुक्त को हल्फिया बयान देकर जिला परिषद चेयरपर्सन में इन 19 पार्षदों ने अविश्वास व्यक्त किया था। उपायुक्त ने 13 दिसंबर की तारीख अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए निर्धारित की थी। शुक्रवार दोपहर 12 बजे बैठक होनी थी, इससे पहले ही अतिरिक्त उपायुक्त ने एक पत्र जारी कर कहा कि उपायुक्त के आकस्मिक अवकाश पर चले जाने के कारण आज होने वाली बैठक आगामी आदेशों तक स्थगित की जाती है। शुक्रवार को जिला परिषद की विशेष बैठक में भाग लेने विरोधी गुट के पार्षद नहीं पहुंचे। केवल चेयरपर्सन मनीषा रंधावा बैठक के लिए पहुंच गई थी। अतिरिक्त उपाय के द्वारा जारी पत्र मनीषा रंधावा को दिया गया। इसके बाद मनीषा रंधावा कुछ देर अपने कार्यालय में भी बैठी रही। मनीषा रंधावा ने कहा कि यहां आने के बाद ही बैठक रद्द होने की सूचना मिली। मनीषा रंधावा ने कहा कि बेहतर होता आज ही फैसला हो जाता। हमने भाजपा ज्वाइन कर ली है। हम कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते रहेंगे।
जिप प्रधानों के कार्यकाल रहे ऐसे
जींद में जिला परिषद प्रधानों के लिए कार्यकाल पूरा करना कभी भी आसान नहीं रहा। सुमित्रा देवी, सीमा रानी बिरौली और डॉ वीना रानी देशवाल ही अपना कार्यकाल पूरा कर पाई हैं। इनमें सुमित्रा देवी ओमप्रकाश चौटाला के राज में जिला परिषद चेयरपर्सन बनी थी। सीमा रानी बिरौली और डॉ. वीना रानी देशवाल भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में जिला परिषद चेयरपर्सन बनी। गुरनाम सिंह नैन को 12 जून 1998 को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से हटाया गया था। पदमा सिंगला को 29 मार्च 2019 को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से हटाया गया। अब मनीषा रंधावा के खिलाफ है अविश्वास प्रस्ताव आया है। मनीषा रंधावा 2 फरवरी 2023 को एक वोट से जीत कर चेयरपर्सन बनी थी।