Haryana News : आयुष विवि का मास्टर प्लान तैयार, 3 चरणों में तैयार होगा विवि : वैद्य करतार धीमान
चंडीगढ़, 13 दिसंबर (ट्रिन्यू)
वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की स्वीकार्यता बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से योग के साथ पूरे विश्व को जोड़ा है, उसी तरह आयुर्वेद को भी वैश्विक मान्यता दिलान का विजन है। इसी विजन को पूरा करने के लिए देश का पहला श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय सार्थक भूमिका निभाएगा। विश्वविद्यालय में आयुष के क्षेत्र में अत्याधुनिक अनुसंधान किए जाएंगे, जिन्हें विश्व स्तर पर मान्यता दिलाई जाएगी। श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति प्रोफेसर वैद्य करतार सिंह धीमान ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयुष विश्वविद्यालय का मास्टर प्लान तैयार हो चुका है। तीन चरणों में विवि परिसर तैयार होगा। पहले चरण में 500 करोड़ की लागत से प्रशासनिक ब्लाक, कुलपति व रजिस्ट्रार आवास के साथ अत्याधुनिक रिसर्च केंद्र बनाया जाएगा। प्रो. धीमान ने कहा कि श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय का मास्टर प्लान तैयार हो चुका है। राज्य सरकार की ओर से एचएसआईआईडीसी को इसका जिम्मा सौंपा गया है। निर्माण पर 1300 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। तीन चरणों में विवि का निर्माण होगा। पहले चरण में बनने वाले कैंपस की ड्राइंग भी तैयार हो चुकी है। पहले चरण में प्रशासनिक ब्लाक, कुलपति-रजिस्ट्रार के साथ आयुष पर अत्याधुनिक रिसर्च केंद्र, आयुर्वेद अस्पताल, स्टाफ आवास कैंपस के साथ आयुर्वेदिक पीजी कालेज भवन तैयार होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि हर व्यक्ति आरोग्य रहे। आमजन को आरोग्य रखने के लिए आयुष विश्वविद्यालय की ओर से जागरूकता कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ ही आयुर्वेदिक अस्पताल में लोगों को खाना-पान के लिए आहार-पोषण का पूरा चार्ट तैयार करके दिया जा रहा है। यही नहीं, विश्वविद्यालय कैलेंडर में ऋतुओं के अनुसार आहार-पोषण का पूरा ब्योरा दिया जाता है।