Haryana News : कानून व्यवस्था को तो कायम रखना ही पड़ेगा
घरौंडा, 15 दिसंबर (निस)
हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने किसानों को शंभू बॉर्डर पर रोके जाने के सवाल पर कहा कि कानून व्यवस्था को तो कायम रखना ही पड़ेगा। पिछली बार दिल्ली में एक साल से ज्यादा समय तक बॉर्डर बंद रहा, जिसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
किसानों को मोदी जी का धन्यवाद करना चाहिए कि उन्होंने किसानों की बात मानकर तीन कृषि कानूनों को वापस ले लिया। मोदी जी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद ही भाजपा की सरकारें बार-बार बन रही हैं, क्योंकि देश का प्रधानमंत्री सूझबूझ वाला है। हर बात को समझता है। कृषि मंत्री रविवार को वार्ड-12 के पार्षद प्रतिनिधि कपिल राणा के आवास पर पहुंचे। यहां उन्होंने जलपान किया और समाज के लोगों से भी मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने नगरखेड़ा मंदिर पर मत्था टेका।
पत्रकारों से बातचीत में कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से हर बार एमएसपी बढ़ता है। सबसे ज्यादा धान और गेहूं ही सरकार द्वारा एमएसपी पर खरीदा जाता है। केंद्र सरकार 121 लाख मीट्रिक टन अनाज हरियाणा और पंजाब से खरीदती है। इसमें 50 लाख मीट्रिक टन अनाज हरियाणा का होता है और बाकी 71 लाख मीट्रिक टन अनाज पंजाब का होता है।
सबसे ज्यादा पैसा भी पंजाब में जाता है और पंजाब के किसानों की खुशहाली का कारण भी एमएसपी ही है। 23 फसलें एमएसपी पर खरीदी जाती हैं और 72 घंटे में किसान के अकाउंट में पैसे भी ट्रांसफर हो जाते हैं। किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है, किसान खुश हैं। कृषि के क्षेत्र में हर साल विकास हो रहा है और कृषि सुधार पर भी काम किया जा रहा है।
किसान खुश हैं तो धरने पर क्यों बैठे हैं?
इस सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि पंजाब का किसान बॉर्डर पर बैठा हुआ है। वह पंजाब का मसला है, उसमें हरियाणा के किसानों का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के पंजाब में भाजपा की सरकार आने के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि महिपाल ढांडा हमारे पुराने नेता हैं और उन्होंने बिलकुल सही बोला है। इतना ही नहीं पंजाब की सरकार भी किसानों से दु:खी है।