Haryana News : ..तारीख पर तारीख मिलती है जज साहब! न्याय नहीं मिलता, जब अनिल विज ने सुनी लोगों की समस्याएं
कैथल, 13 दिसंबर
Haryana News : जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में लोगों का दुखड़ा सुनने पहुंचे परिवहन मंत्री ने नगर परिषद के एक्सईएन सहित 5 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। एक्सइएन ने प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा लगाया गया 20 लाख रुपए का जुर्माना 15 दिन में नहीं भरा था।
शुक्रवार को आईटीआई के सभागार में कैथल में लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए पहुंचे अनिल विज ने अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे लोगों को उन तक न पहुंचने देने पर डीसी को भी फटकार लगाई। बैठक में डीसी सहित अन्य विभागों के विभागाध्यक्ष भी पहुंचे थे। अनिल विज के आने की सूचना के बाद बड़ी संख्या में लोग अपनी शिकायतें लेकर आईटीआई परिसर में पहुंच गए थे। पुलिस ने सभी लोगों को अंदर जाने से रोक दिया।
मीटिंग में केवल उन्हीं लोगों को अंदर जाने दिया गया, जिसकी शिकायत लगी हुई थी। इस बीच मंत्री अनिल विज मीटिंग लेने पहुंचे तो लोगों ने उनको बताया कि पुलिस अंदर नहीं आने दे रही है। लोगों की बात सुनने के बाद अनिल विज भड़क गए। उन्होंने कहा मैं सभी से मिलकर जाऊंगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे लोगों के चक्कर न कटवाएं बल्कि उनके काम करें। हमें लोग ये ना कहे कि यहां तारीख पर तारीख मिलती है जज साहब! न्याय नहीं मिलता।
यह बात उन्होंने इस संदर्भ में भी कही कि एक फरियादी का एक वर्ष पुराना मामला पेंडिग पड़ा था। थे। इस बैठक में 13 शिकायतों की सुनवाई की गई, जिनमें 9 नई तथा 4 पुरानी शिकायतें शामिल थी। इनमें से सात शिकायतों का मौके पर समाधान कर दिया गया तथा छह शिकायतों को अगली बैठक के लिए लंबित रखा गया। एक मामले में फरियादी की मांग पर मंत्री ने कालोनी में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। नई शिकायतों में जीवन रक्षक दल के अध्यक्ष प्रवीण कुमार व राजू डोहर ने कहा कि करनाल रोड पर मूंदड़ी नहर का जो पुल है,वहां पर ग्रिल व दीवार निकाली जाए।
दूसरी शिकायत में भगत सिंह कालोनी निवासी महावीर ने भगत सिंह कालोनी व डिफेंस कालोनी से गुजर रही ग्योंग ड्रेन में पिछले काफी समय से गंदा पानी छोड़ने से संबंधित शिकायत की थी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी से पूछा कि आपने इस में क्या कार्रवाई की तो इस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि विभाग ने संबंधित विभागों पर जुर्माना करते हुए नोटिस जारी किए हैं। इन विभिन्न विभागों पर 20 लाख रुपये जुर्माना किया गया है, जिसे 15 दिन में जमा करवाया जाना था। इसे अब तक जमा नहीं करवाया।
पुलिस ही बनी वकील
एक महिला ने आरोप लगाया कि उसकी नाबालिग बेटी के साथ दो लोगों ने संबंध बनाए। उसने कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मंत्री ने पुलिस अधिकारियों से विस्तार से जानकारी हासिल की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले में तथ्यों की पड़ताल की गई है। अभी मामले की जांच जारी है। मंत्री ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि पीड़िता की बात को गंभीरता से सुनते हुए नियमानुसार कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि यहां तो पुलिस ही आरोपी की वकील बनकर पैरवी कर रही है। इस शिकायत को भी अगली बैठक के लिए लंबित रखा गया है। सीवन निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि चार साल पहले सीवन में गली निर्माण के कारण उसके साथ-साथ कई घरों की नींव में दरारें आ गई थीं, जिससे उसका मकान कभी भी गिर सकता है। इस पर जिस अधिकारी की लापरवाही से यह नुकसान हुआ है, जांच कर इस नुकसान की हर हाल में भरपाई करवाई जाए।