Haryana News: वायु प्रदूषण से निपटने को हरियाणा का व्यापक रोडमैप तैयार, पराली से लेकर धूल तक पर फोकस
चंडीगढ़, 3 जुलाई (ट्रिन्यू)
Haryana News: हरियाणा सरकार ने वायु प्रदूषण से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एक बहुआयामी और डेटा-संचालित कार्य योजना तैयार की है। यह जानकारी मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने आज वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की बैठक में दी, जिसकी अध्यक्षता वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के अध्यक्ष राजेश वर्मा ने की। बैठक में आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य सचिव ने बताया कि वर्ष 2025 तक प्रदेश में पराली जलाने की समस्या समाप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए वित्तीय प्रोत्साहन योजनाएं ‘मेरा पानी मेरी विरासत’, फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) और सीधी बिजाई (डीएसआर) के तहत किसानों को सहायता दी जा रही है। आवेदन प्रक्रिया ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल के माध्यम से हो रही है।
इसके साथ ही, गैर-एनसीआर जिलों के ईंट भट्टों में पराली आधारित बायोमास पेलेट का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है। निर्देश संख्या 92 के तहत नवंबर 2025 तक 20% और नवंबर 2028 तक 50% तक उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। इसके लिए आगामी 15 दिनों में मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की जाएगी।
गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए शहरी सड़कों के पुनर्विकास और सड़क किनारे हरियाली, फुटपाथ और निर्माण मलबे के प्रबंधन पर भी जोर दिया गया है। सभी विभागों को कम से कम एक मॉडल सड़क विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं।
वाहन प्रदूषण पर, राज्य सरकार पुराने वाहनों को हटाने, ई-रिक्शा व स्वच्छ ईंधन आधारित सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में भी प्रतिबद्ध है। साथ ही, ई-कॉमर्स और डिलीवरी कंपनियों को भी हरित गतिशीलता अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
बैठक के अंत में सीएक्यूएम अध्यक्ष राजेश वर्मा ने हरियाणा की रणनीति की सराहना करते हुए कहा कि यह समयबद्ध, वित्तीय रूप से समर्थित और प्रभावशाली कार्य योजना है। उन्होंने सूचना, शिक्षा और संचार (IEC) गतिविधियों को बढ़ाने पर भी बल दिया, जिससे आमजन में पर्यावरणीय जिम्मेदारी को लेकर जागरूकता बढ़ाई जा सके।
बैठक में सीएक्यूएम के वरिष्ठ सदस्य डॉ. वीरेंद्र शर्मा और डॉ. सुजीत कुमार बाजपेयी, हरियाणा के पर्यावरण, वन और वन्यजीव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष विनीत गर्ग, ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए.के. सिंह, विकास एवं पंचायत विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ. साकेत कुमार और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।