Haryana News: नायब सरकार ने भाजपा के संकल्प पत्र के दो प्रमुख वादों को किया पूरा
चंडीगढ़, 7 नवंबर (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भाजपा के संकल्प पत्र के दो प्रमुख वादों को पूरा करते हुए बृहस्पतिवार को एक बड़ी स्वास्थ्य सेवा पहल की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्यभर के सभी 26 सरकारी अस्पतालों और 15 सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन नि:शुल्क किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य हरियाणा के लोगों के लिए आवश्यक नेत्र देखभाल को और अधिक सुलभ बनाना है। इसके अलावा सीएम सैनी ने पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ में सफल टेलीमेडिसिन सेवाओं की तर्ज पर पीजीआईएमएस रोहतक में विशेषज्ञों द्वारा टेली-परामर्श सेवाएं शुरू करने की भी घोषणा की। इस सेवा से राज्य के निवासियों को बिना किसी खर्च के चिकित्सा विशेषज्ञों से परामर्श प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी, जिससे बड़ी संख्या में लोगों, विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को लाभ होगा। हरियाणा में प्रतिदिन प्राप्त होने वाली कॉल्स की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो औसतन 1,700 कॉल प्रतिदिन तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार ने कॉल्स की संख्या को बढ़ाकर 7,000 प्रतिदिन करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वास्थ्य, आयुष और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभागों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार का प्राथमिक लक्ष्य पूरे राज्य में सभी नागरिकों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ बनाना है। बैठक में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान और आयुष मंत्री आरती सिंह राव भी मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज के लिए मरीजों से नकद पैसे लेने के आरोप में अग्रवाल नर्सिंग होम, कुरुक्षेत्र के खिलाफ शिकायत पर सख्त कदम उठाते हुए तत्काल प्रभाव से एमपैनलमेंट रद्द करने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि कोई अस्पताल मरीजों या उनके परिजनों से नकद पैसे लेते हुआ या एडवांस भुगतान के लिए हस्ताक्षर मांगता हुआ पाया गया तो उसका एमपैनलमेंट तत्काल रद्द कर दिया जाएगा।
वहीं श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, पलवल के कुलपति डॉ़ राज नेहरू ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की। इस दौरान कौशल विकास के विविध आयामों पर विचार मंथन किया गया। सीएम ने प्रदेश में स्किल इको सिस्टम को और अधिक व्यापक तथा प्रभावी बनाने पर जोर दिया।
डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ रहे ड्यूटी घंटों में उपलब्ध
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के प्राथमिक लक्ष्य मरीजों की संतुष्टि के महत्व को भी बैठक में रेखांकित किया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ अपने निर्धारित ड्यूटी घंटों के दौरान उपलब्ध रहें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि रोगियों को स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने में अनावश्यक देरी का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने बेहतर संचार और रोगी सहायता की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सहायता प्रदान करने और रोगियों की किसी भी चिंता या शिकायत को दूर करने के लिए सिविल अस्पतालों में एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर स्थापित किया जाए।
777 चिकित्सा अधिकारियों के पद जल्द भरे जाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को और मजबूत करने और डॉक्टरों की मांग को पूरा करने के उद्देश्य से, राज्य में 31 दिसंबर 2024 से पहले 777 चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती की जाएगी। इसके अलावा, ग्रामीण स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के लिए 718 उप स्वास्थ्य केंद्र (एसएचसी), 82 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और 25 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सहित 825 स्वास्थ्य संस्थान चरणबद्ध तरीके से स्थापित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने सर्जिकल पैकेज के तहत आयुष्मान भारत के मरीजों का इलाज कर रहे सरकारी डॉक्टरों को 20 प्रतिशत कॉर्पस फंड में से 5 प्रतिशत बोनस देने की भी मंजूरी दी।
6 जिलों में आईसीयू तैयार, सीएम करेंगे उद्घाटन : आरती
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि प्रदेशभर में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में हर जिला अस्पताल में आईसीयू स्थापित होंगे। छह जिला अस्पतालों में आईसीयू बनकर तैयार हैं। जल्द ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इनका उद्घाटन करेंगे। बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में विभाग की समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से रूबरू हुईं आरती राव ने कहा कि सभी जिलों में आईसीयू स्थापित करने के साथ–साथ ट्रॉमा सेंटर भी खोले जाएंगे। उन्होंने कहा मेडिकल ऑफिसर्स और डॉक्टर्स के पदों को भी जल्द से जल्द भरा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं कि सभी अस्पतालों में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लें और जो भी कमी है, उनमें सुधार किया जाए। यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही नजर आई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आरती राव ने कहा कि उन्होंने स्वयं गुरुग्राम के अस्पतालों का निरीक्षण किया था और इस दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न आए। इसके लिए पुराने अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि आमजन को सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज मिल सके। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में शीतला माता मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन है, जिसका कार्य आगामी 6 महीनों में पूरा होने की संभावना है। इसके अलावा, गुरुग्राम के सेक्टर 10 में भी नया मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी, जिसमें 700 बिस्तर वाला अस्पताल बनवाया जाएगा। इसके उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया जाएगा।