Haryana News : सीएम सैनी ने महापौरों को बताया शहरों के विकास का सारथी, इंदौर मॉडल को समझेंगे हरियाणा के मेयर और पार्षद
चंडीगढ़, 16 जून (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Haryana News : हरियाणा के शहरी स्थानीय निकायों – नगर निगमों, नगर परिषदों व नगर पालिकाओं के जनप्रतिनिधि अब मध्य प्रदेश के इंदौर मॉडल को समझेंगे। इसके लिए जनप्रतिनिधियों मुख्य रूप से नगर निगम मेयरों और पार्षदों को मुख्यमंत्री ने इंदौर मॉडल का अध्ययन करने और उस मॉडल को अपने शहर में लागू करने के निर्देश दिए हैं। जनप्रतिनिधि इंदौर शहर में जाकर वहां के सिस्टम को समझेंगे।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन और शौचालय निर्माण जैसी योजनाओं की सफलता में महापौरों की भूमिका की सराहना की और कहा कि इन योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य महापौरों द्वारा ही होता है। वे सोमवार को पंचकूला में अखिल भारतीय महापौर कार्यकारी परिषद की 115वीं बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महापौर अपने-अपने शहरों के प्रथम नागरिक होने के साथ-साथ वहां के विकास और प्रगति के प्रत्यक्ष सारथी भी हैं।
उन्होंने कहा कि महापौर सरकार की नीतियों और योजनाओं को धरातल पर उतारते हैं, नागरिकों की आकांक्षाओं को समझते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं। स्थानीय स्वशासन की परिकल्पना में महापौर रीढ़ के समान हैं। सैनी ने कहा कि हरियाणा में महापौर जनता द्वारा सीधे चुने जाते हैं और उनके पास कार्यकारी शक्तियां होती हैं। यह व्यवस्था नागरिकों और जनप्रतिनिधियों के बीच मजबूत सेतु बनाती है और निर्णय प्रक्रिया को अधिक जवाबदेह तथा प्रभावी बनाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम अर्बनाइजेशन को चुनौती नहीं, अवसर मानते हैं। हमारा विजन है कि शहर ‘ईज ऑफ लिविंग’ और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ का संगम बनें। हमें शहरों को केवल इमारतों और सड़कों का ढांचा नहीं बनाना बल्कि उन्हें जीवंत, संवेदनशील और आत्मनिर्भर भी बनाना है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत की लगभग 900 मिलियन आबादी शहरों में निवास करेगी। यह सिर्फ संख्या नहीं है बल्कि एक बड़ी संभावना है। नए अवसरों, नए इंफ्रास्ट्रक्चर और नई जीवनशैली की।
इस बैठक में राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, कालका से विधायक शक्ति रानी शर्मा, ऑल इंडिया मेयर काउंसिल की अध्यक्ष माधुरी अतुल पटेल, ऑल इंडिया मेयर काउंसिल के ऑर्गेनाइजिंग जनरल सेक्रेटरी एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री उमाशंकर, ऑल इंडिया मेयर काउंसिल की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एवं करनाल की मेयर रेणु बाला गुप्ता, पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल तथा विभिन्न राज्यों के मेयर उपस्थित रहे।
हरियाणा में शहरी विकास को मिली गति
सीएम ने कहा कि हरियाणा में शहरी स्थानीय निकायों को विकास कार्यों के लिए 2014-15 में 1,693 करोड़ रुपये की राशि दी गई थी। इसे 2025-26 में बढ़ाकर 5 हजार 666 करोड़ रुपये कर दिया है। चार मेट्रोपोलिटन विकास प्राधिकरण बनाए हैं और फरीदाबाद व करनाल को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके तहत फरीदाबाद में 930 करोड़ रुपये की लागत से 45 परियोजनाएं तथा करनाल में 927 करोड़ रुपये की लागत से 122 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। अब तक 2 हजार 147 अवैध कॉलोनियों को नियमित किया है और नई अधिकृत कॉलोनियों में एक हजार करोड़ रुपये से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।
परिवहन, आवास और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत मिशन के तहत अब तक 2,930 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। 375 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लक्ष्य में से 9 शहरों में 50 बसें चलाई जा चुकी हैं और प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के तहत 2026 तक 450 बसें खरीदी जाएंगी। प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के तहत 21,431 मकान बनाए जा चुके हैं और 11,412 मकान निर्माणाधीन हैं। मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत 14 शहरों में 15,256 परिवारों को प्लॉट दिए जा चुके हैं। घर-घर कचरा संग्रहण, सामुदायिक कंपोस्टिंग और बायोगैस संयंत्रों के माध्यम से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में हरियाणा ने सराहनीय कार्य किया है।
महापौरों से शहरों को ब्रांड बनाने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बैठक पिछले अनुभवों की समीक्षा, नई चुनौतियों पर चर्चा और मेयर निकायों को मजबूत करने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी। उन्होंने सभी महापौरों से आह्वान किया कि वे अपने शहर को ब्रांड बनाएं, उसे विशिष्ट पहचान दें और इस मिशन में भागीदार बनें। उन्होंने विश्वास जताया कि परिषद की यह बैठक सार्थक चर्चा और नए संकल्पों के साथ समाप्त होगी तथा सभी प्रतिनिधि अपने-अपने शहरों में सकारात्मक बदलाव के वाहक बनेंगे।