Haryana News : भाजपा जीत से उत्साहित तो कांग्रेस प्रतिष्ठा बचाने के लिए मैदान में
रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 30 दिसंबर
प्रदेश में नगर निगम चुनावों के लिए आरक्षण की सूची जारी होते ही चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। हार-जीत की तिकड़म सहित टिकट हासिल करने के लिए चुनावी बिसातें बिछनी शुरू हो चुकी हैं।
चूंकि निर्वाचन आयोग चुनावों की घोषणा किसी भी वक्त कर सकता हैं। इसे देखते हुए चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों ने चुनावी माहौल जांचने के लिए दौड़-धूप शुरू कर दी हैं। करनाल शहरी सीट की बात करें तो भाजपा का पिछले 10 साल से महापौर पद पर कब्जा बरकरार है, कांग्रेस सहित तमाम पार्टियों के लिए भाजपा के अजेय बन चुके किले को ध्वस्त करना चुनौती बना हुआ है।
भाजपा ने करनाल विधानसभा सीट पर तीसरी बार बड़े अंतर के साथ जीत हासिल कर कांग्रेस पार्टी के करनाल सीट छीनने के तमाम प्रयासों को दरकिनार कर शहर पर पहले की अपेक्षा और ज्यादा पकड़ मजबूत कर ली। यही वजह है कि अब तक 3 विधानसभा चुनाव, 3 लोकसभा चुनावों, 2 नगर निगम चुनावों में भाजपा ने कांग्रेस को जबरदस्त पटखनी दी।
राजनीतिक चिंतकों की मानें तो जिस तरीके से भाजपा ने अपने किले को और ज्यादा मजबूत बनाया है, उसी तरह कांग्रेस पार्टी ने बिना संगठन के लड़कर हर बार मात खाई है। यही वजह है कि भाजपा जहां पूरी तैयारी के साथ नगर निगम चुनाव लड़ने के लिए मैदान में है, वहीं कांग्रेसी नेता दावा कर रहे हैं कि नगर निगम चुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ा जाएगा।
कई नेता चुनाव लड़ने की दौड़ में हैं, जो कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं। इनमें कांग्रेसी नेता पराग गाबा, अशोक खुराना, पूर्व डिप्टी मेयर मनेाज वधवा सहित अन्य शामिल हैं। भाजपा में मेयर का चुनाव कौन लड़ेगा, इसका फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा। टिकट के चाहने वाले कई भाजपाई ताल ठोक रहे हैं, परंतु 10 साल से मेयर पद पर काबिज रेणु बाला गुप्ता का कोई विकल्प नजर नहीं आता।
रेणु बाला गुप्ता टिकट की सबसे प्रबल दावेदार हैं। इसके अलावा भाजपा में उनके नाम पर कोई विरोध भी नहीं है।
भाजपा के प्रत्याशी के मुकाबले कांग्रेस किसे प्रत्याशी बनाती हैं, ये देखना दिलचस्प होगा। कांग्रेसी सूत्रों की माने तो पूर्व डिप्टी मेयर मनोज वधवा कांग्रेस के टिकट पर भाजपा के प्रत्याशी के समक्ष चुनाव में उतर सकते हैं।