Haryana News : ‘मैं जिंदा हूं’ के सबूत लेकर घूम रहा बुजुर्ग
रेवाड़ी, 18 दिसंबर (हप्र)
बावल क्षेत्र के गांव अलावलपुर के एक 80 वर्षीय बुजुर्ग को मृत घोषित कर उसकी बुढ़ापा पेंशन रोक दी गई। वह जिंदा होने के सबूत लेकर पिछले 10 माह से समाज कल्याण विभाग व अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय के चक्कर काट कर थक चुका है, लेकिन विभाग उसे जीवित मानने को तैयार नहीं।
गांव अलावलपुर के इस 80 वर्षीय लाल सिंह की पिछले कई वर्षों से बुढ़ापा पेंशन बनी हुई थी। यह पेंशन राशि उसके जीवन यापन में बड़ी सहायक सिद्ध हो रही थी लेकिन समाज विभाग की लापरवाही ने इस बुजुर्ग की 10 माह पूर्व पेंशन यह बताते हुए बंद कर दी कि उसकी मृत्यु हो चुकी है। जब बुजुर्ग के बैंक खाते में पेंशन पहुंचनी बंद हो गई तो वह अपने बैंक में गया। इस पर मैनेजर ने बताया कि उसकी बुढ़ापा पेंशन 15 फरवरी से बंद पड़ी है। तत्पश्चात वह समाज कल्याण विभाग के कार्यालय पहुंचा और पेंशन नहीं आने का कारण पूछा। वहां मौजूद अधिकारी व कर्मचारी ने उसे बताया कि-‘तुम तो मर चुके हो, इसलिए पेंशन बंद हुई है’। बुजुर्ग ने उन्हें बताया कि- ‘मैं ही लाल सिंह हूं और आपके सामने जीवित खड़ा हूं’, लेकिन विभाग ने उसकी एक नहीं सुनी। नतीजतन उसकी 10 माह से पेंशन बंद पड़ी है और वह इसे चालू कराने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। लाल सिंह ने कहा कि वह 80 वर्ष का हो गया है।
वह मजदूरी करता था, लेकिन पैरों से लाचार होने के कारण मजदूरी नहीं कर पा रहा। उसका घर-खर्च उसे व उसकी पत्नी को मिल रही बुढ़ापा पेंशन से चल रहा था लेकिन अब पेंशन बंद होने के बाद दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उसने कहा कि गत विधानसभा चुनाव में उसने वोट भी डाला था।