Haryana News हरियाणा से रेखा शर्मा को राज्यसभा भेजेगी भाजपा
दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 9 दिसंबर
भाजपा ने 20 दिसंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को हरियाणा से राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष रेखा शर्मा, आंध्र प्रदेश से रयागा कृष्णैया और ओडिशा से सुजीत कुमार को उम्मीदवार घोषित किया। रेखा शर्मा सीएम नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। उनका निर्विरोध चुना जाना तय है।
सूत्रों का कहना है कि रेखा शर्मा के नाम का चयन पार्टी हाईकमान के स्तर पर हुआ है। राज्यसभा की इस एक सीट के लिए हरियाणा भाजपा के कई दिग्गज नेता लॉबिंग कर रहे थे। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली का इस बार सिटिंग विधायक होते हुए टिकट कट गया था, ऐसे में उन्हें राज्यसभा जाने की उम्मीद थी। लेकिन पार्टी ने उन्हें इस बार भी मौका नहीं दिया। करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया भी राज्यसभा जाना चाहते थे, लेकिन उनकी भी बात नहीं बन पाई। सिरसा की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, पूर्व मंत्री डॉ. बनवारी लाल और पटौदी के पूर्व विधायक सत्यप्रकाश जरावता एससी कोटे से राज्यसभा जाने की जुगत में थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें भी मौका नहीं दिया। नायब सरकार में विकास एवं पंचायत मंत्री व इसराना के विधायक कृष्ण लाल पंवार ने 14 अक्तूबर को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था, जिसके चलते इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है।
मूल रूप से पंचकूला निवासी
राष्ट्रीय महिला आयोग की दो बार चेयरपर्सन रहीं रेखा शर्मा मूल रूप से पंचकूला की रहने वाली हैं। महिला आयोग की सदस्य बनने के बाद वह दिल्ली शिफ्ट कर गई थीं। वह पंचकूला में पार्षद का चुनाव भी लड़ चुकी हैं। वह पंचकूला की राजनीति में उस वक्त से सक्रिय रहीं, जब नरेंद्र मोदी हरियाणा मामलों के प्रभारी हुआ करते थे। वह पहले पंचकूला के सेक्टर-9 में रहती थीं। इसके बाद सेक्टर-12 और फिर जीरकपुर के पीरमुछल्ला शिफ्ट कर गई थीं। राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन के तौर पर उनका दूसरा कार्यकाल इसी साल अगस्त में पूरा हुआ।
रेखा शर्मा का निविरोध जीतना तय
नब्बे सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 48 विधायक हैं। तीन निर्दलीय विधायक भी सरकार के साथ हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही कह चुके हैं कि भाजपा के पास इस सीट के लिए पर्याप्त संख्या बल है। ऐसे में कांग्रेस अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। अब चूंकि रेखा शर्मा के मुकाबले दूसरा कोई उम्मीदवार नहीं होगा, ऐसे में 13 दिसंबर को नामांकन पत्र वापसी का समय पूरा होने के बाद उन्हें निर्विरोध विजयी घोषित कर दिया जाएगा।
Kuldeep Bisoi ignored again फिर रह गये कुलदीप बिश्नोई
पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई को इस बार राज्यसभा का टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी। वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित कई केंद्रीय नेताओं से मुलाकात भी कर चुके थे। वर्षों के बाद यह पहला मौका है जब पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई और उनके परिवार का कोई भी सदस्य किसी भी सदन में नहीं है।