Haryana News :‘जबसे छोटा रास्ता होने लगा हर कदम पर हादसा होने लगा’
कैथल, 8 दिसंबर (हप्र)
साहित्य सभा कैथल की मासिक काव्य गोष्ठी साहित्य सभा के प्रधान प्रोफेसर अमृत लाल मदान के सानिध्य में डॉ. हरीश चंद्र झंडई की अध्यक्षता में आरके एसडी कालेज में आयोजित की गई। काव्य गोष्ठी का संचालन हरियाणवी कवि रिसाल जांगड़ा ने किया। गोष्ठी में दिनेश बंसल दानिश, डॉ. अशोक कुमार, मधु गोयल मधुल, सुरेश कुमार कल्याण से गजलें पेश की। दिलबाग अकेला ने कहा, चप्पे-चप्पे पर नजर रखता है वो, दो जहां की खबर रखता है वो। रजनीश शर्मा की कविता थी, तुम बातों के धागे लाओ, मैं चुप्पी से सीलती जाऊं।
रामफल गौड़ ने कहा, मकड़ी सा घर बासा जाला। रविंद्र रवि के बोल यूं थे, जबसे छोटा रास्ता होने लगा, हर कदम पर हादसा होने लगा। समय की परिवर्तन शीलता को लेकर डॉ तेजिंद्र ने कहा, जनवरी ने दिसंबर को धकियाया और कहा तू चल मैं आया। गोष्ठी में प्रोफेसर अमृत लाल मदान ने उपस्थित रचनाकारों से निरंतर सृजन करते रहने का आह्वान किया।
आज की काव्य गोष्ठी में सतीश कुमार शर्मा, डॉ. चतर्भुज बंसल सौथा, श्याम सुंदर गौड़, बलवान सिंह कुंडू सावी, डॉ. विकास आनन्द और रिसाल जांगड़ा ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।