बहादुरगढ़, 4 मार्च (निस)भारतीय किसान संघ के कार्यकर्ताओं ने ट्रिपल सी मेट्रोप्लेस में भारतीय किसान संघ का स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष सतीश छिक्कारा ने बताया कि भारतीय किसान संघ की स्थापना 4 मार्च, 1979 को राजस्थान के कोटा जिले में पूरे देश से करीब 650 राष्ट्रवादी किसान प्रतिनिधियों को बुलाकर श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी द्वारा की गई। उन्हाेंने किसानों से आह्वान किया कि वे गौ कृषि वाणिज्यम के तहत खेती करें।उन्होंने बताया कि 21 से 23 फरवरी को गुजरात के पालनपुर स्थित कृषि विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय अधिवेशन के दौरान नवनियुक्त अखिल भारतीय अध्यक्ष के. साईं रेड्डी की अध्यक्षता और अखिल भारतीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र, अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी एवं देश भर से सभी प्रदेशों से आए हुए किसान प्रतिनिधियों की विशेष उपस्थिति में सभी किसान कार्यकर्ताओं ने गौ कृषि वाणिज्यम के तहत खेती करने का संकल्प लिया है।सतीश छिक्कारा ने बताया कि भारतीय किसान संघ मूलत: तीन विषयों पर काम करता है संगठनात्मक, रचनात्मक और आंदोलनात्मक। यह किसानों द्वारा किसानों के लिए काम करने वाला एक मात्र विश्व का सबसे बड़ा गैर राजनीतिक राष्ट्रवादी संगठन है। भारतीय किसान संघ का कार्य देश के सभी जिलों, मंडलों व ग्रामसमितियों तक फैला हुआ है।5 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्यभारतीय किसान संघ का हर स्तर पर हर 3 साल में नव गठन किया जाता है। इससे काम करने वाले कार्यकर्ता अपने आप आगे आते रहते हैं। सतीश छिक्कारा ने बताया कि इस बार भारतीय किसान संघ ने हरियाणा में 5 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य लिया है और करनाल में भारतीय किसान संघ के रचनात्मक कार्यों की पूर्ति के लिए प्रदेश कार्यालय के निर्माण का भी संकल्प लिया है।इस मौके पर संजय जाखड़ भारतीय किसान संघ प्रदेश विपणन, रोजगार एफ.पी.ओ. प्रमुख, जितेंद्र दुबे, चंद्र पाल, हवा सिंह, महाबीर सिंह, महताब छिकारा, जगदीप डबास, रमेश बराही, कर्मवीर सिंह, भारत राठी, प्रदीप,कमल सिंह , सुरेंद्र दहिया, विजय दिनौदिया समेत अनेक किसान उपस्थित रहे।