Haryana News ‘पत्रकारिता में जोश और मौलिकता सफलता की कुंजी’
नारनौल, 4 दिसंबर (हप्र)
Haryana News ‘पत्रकारिता के क्षेत्र में सफलता का राज उत्साह और मौलिकता में है।’ यह विचार वरिष्ठ पत्रकार अरुण नैथानी ने हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित विशेषज्ञ व्याख्यान में व्यक्त किए। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित नैथानी ने पत्रकारिता के बदलते स्वरूप और इसके गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि आज की पत्रकारिता का सबसे बड़ा संकट मौलिकता की कमी है। ‘पत्रकारिता एक मिशन से प्रोफेशन तक का सफर तय कर चुकी है, लेकिन इसमें जोश और सामाजिक जिम्मेदारी का होना आवश्यक है।’ विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि पत्रकारिता केवल समाचार लेखन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें पीआर, विज्ञापन और इवेंट मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में भी करियर के अनगिनत अवसर उपलब्ध हैं।
अरुण नैथानी ने पत्रकारिता में भाषा की महत्ता और संवेदनशीलता को उजागर किया। उन्होंने कहा, ‘भाषा पर अच्छी पकड़ और तार्किक ज्ञान किसी भी पत्रकार के लिए अनिवार्य हैं।’ उन्होंने विद्यार्थियों को साहित्य का अध्ययन करने और संवेदनशीलता बढ़ाने की सलाह दी। प्रेमचंद की रचनाओं का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि उनमें संवेदनशीलता और रचनात्मकता का अद्भुत मेल है, जो आज भी प्रासंगिक है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि अरुण नैथानी का 35 वर्षों का अनुभव विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक है। उनके विचार नई ऊर्जा और दृष्टिकोण प्रदान करेंगे। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। व्याख्यान ने विद्यार्थियों को पत्रकारिता की बारीकियों और इसके विविध आयामों को समझने का अवसर दिया।