Haryana New Speaker: तीन बार के विधायक हरविंद्र कल्याण बने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष
चंडीगढ़, 25 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
Haryana New Speaker: घरौंडा से लगातार तीन बार चुनाव जीते भाजपा विधायक हरविंद्र सिंह कल्याण को विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है। शुक्रवार को प्रोटे स्पीकर डॉ. रघुबीर सिंह कादियान ने विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में सभी विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इसके बाद स्पीकर का चुनाव हुआ और हरविंद्र सिंह कल्याण को सर्वसम्मति से स्पीकर चुना गया। इसके बाद जींद से तीन बार के विधायक डॉ. कृष्ण मिढ्ढा को भी सर्वसम्मति से डिप्टी स्पीकर चुन लिया गया।
पिछले 30 वर्षों से राजनीति और समाजसेवा में एक्टिव हरविंद्र सिंह कल्याण पहली बार 2014 में भाजपा टिकट पर घरौंडा से विधायक बने थे। इसके बाद 2019 में भी उन्होंने जीत हासिल की। इस बार के चुनावों में कल्याण ने घरौंडा से जीत की हैट्रिक लगाई है। सीएम नायब सिंह सैनी ने स्पीकर पद के लिए हरविंद्र कल्याण का नाम रखा। पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने उनके नाम का समर्थन किया। इसके बाद हरविंद्र सिंह कल्याण को सर्वसम्मति से स्पीकर चुन लिया गया।
यह चुनाव प्रोटेम स्पीकर डॉ. रघुबीर सिंह कादियान द्वारा करवाया गया। हरविंद्र कल्याण के स्पीकर बनने के बाद करनाल जिले का भी सरकार में प्रतिनिधित्व हो गया है। इस बार इस जिला के पांचों हलकों में भाजपा ने जीत हासिल की है। सीएम नायब सिंह सैनी, बिजली व परिवहन मंत्री अनिल विज, कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार, रणबीर सिंह गंगवा व महिपाल सिंह ढांडा ने कल्याण को स्पीकर की चेयर पर बैठाया।
बाद में कांग्रेस ने इस बात पर आपत्ति जताई कि सर्वसम्मति से चयन होने के बाद भी विपक्ष की अनदेखी की गई। यह विवाद भी विज की उस चुटकी पर हुआ, जिसमें उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपको भी साथ चलना चाहिए था। पूरे घटनाक्रम से नाराज हुड्डा ने कहा – यह सरकार को देखना चाहिए था कि सभी को साथ लेकर चलना चाहिए। इसके बाद सीएम नायब सिंह सैनी, हुड्डा के पास पहुंचे। उन्हें झुककर प्रणाम किया और उनका हाथ पकड़ कर उन्हें हरविंद्र कल्याण के पास लेकर गए।
बाद में सभी विधायकों ने स्पीकर से एक-एक करके मुलाकात करके उन्हें बधाई दी। इसके बाद नये स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने ही डिप्टी स्पीकर का चुनाव करवाया। विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार की ओर से डिप्टी स्पीकर पद के लिए जींद से विधायक डॉ. कृष्ण मिढ्ढा के नाम का प्रस्ताव रखा। यमुनानगर सीट से जीत की हैट्रिक लगाने वाले घनश्याम दास अरोड़ा ने उनका समर्थन किया। डिप्टी स्पीकर के लिए दूसरा कोई नाम नहीं होने की वजह से उन्हें भी सर्वसम्मति से चुन लिया गया।
सीएम नायब सिंह सैनी ने सदन में कहा – विधानसभा में यह पहला मौका है जब स्पीकर इंजीनियर और डिप्टी स्पीकर डॉक्टर हैं। यहां बता दें कि 2009 के बाद से ही जींद सीट पर मिढ्ढा परिवार का वर्चस्व है। 2009 में उनके स्व. पिता डाू. हरिचंद मिढ्ढा ने इनेलो टिकट पर चुनाव जीता था। इसके बाद वे 2014 में भी जीत हासिल करने में कामयाब रहे। 2018 में उनके निधन के बाद इस सीट पर जनवरी-2019 में उपचुनाव हुआ। डॉ. कृष्ण मिढ्ढा ने इनेलो की बजाय भाजपा टिकट पर उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2019 के बाद इस बार भी वे चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
विपक्ष के सुझावों पर करेंगे अमल
स्पीकर की नियुक्ति के बाद सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस बार 40 विधायक पहली बार चुनकर आए हैं। ऐसे में स्पीकर को उन सभी को बोलने का अधिक अवसर देना चाहिए। सीएम ने पंद्रहवीं विधानसभा में चौदहवीं की 9 महिलाओं के मुकाबले इस बार 13 चुनकर आने पर महिला शक्ति को भी बधाई दी। सीएम ने कहा कि सरकार विपक्ष के सकारात्मक सुझावों पर भी अमल करेगी।
सभी को साथ लेकर चलें स्पीकर
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि स्पीकर का पद बड़ा महत्वपूर्ण है। उनकी ड्यूटी बनती है तो वे सदन के सभी साथियों को साथ लेकर चलें। विपक्ष का भी विशेष तौर पर ख्याल रखा जाए। अंग्रेजी की एक कहावत सुनाते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि स्पीकर कभी बोलते नहीं लेकिन सभी को बोलने का मौका देते हैं। पूर्व स्पीकर डॉ. रघुबीर सिंह कादियान ने स्पीकर पद को कांटो भरा ताज बताया।