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Haryana New education policy स्वामी विवेकानंद जयंती पर लागू होगी नई शिक्षा नीति : महीपाल ढांडा

05:59 AM Dec 24, 2024 IST
haryana new education policy स्वामी विवेकानंद जयंती पर लागू होगी नई शिक्षा नीति   महीपाल ढांडा
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चंडीगढ़, 23 दिसंबर (ट्रिन्यू)
प्रदेश सरकार की ओर से नई शिक्षा नीति नए साल में लागू करने का लक्ष्य रखा गया है। नए साल में स्वामी विवेकानंद जयंती पर राज्यभर में नई शिक्षा नीति को लागू किया जाएगा। इससे पहले, प्रदेशभर से नई शिक्षा नीति को लेकर सुझाव मांगे जाएंगे। विश्वविद्यालय, महाविद्यालय और विद्यालयों के साथ शिक्षाविदों से सुझाव लिए जाएंगे।
सोमवार को शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने नई शिक्षा नीति लागू करने को लेकर उच्चतर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती पर राज्य स्तरीय समारोह के जरिये नई शिक्षा नीति को लागू किया जाएगा। इससे पहले अधिकारी नई शिक्षा नीति को लेकर प्रदेशभर में जागरूकता अभियान चलाएं और शिक्षाविदों से सुझाव मांगे जाएं।
शिक्षा मंत्री ने नई शिक्षा नीति के साथ छात्रों को सीधे तौर पर जोड़ने के लिए विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में सुझाव पेटिका लगाने के निर्देश दिए। लिखित रूप से आने वाले सुझावों के आधार नई शिक्षा नीति को बेहतर बनाने के लिए नई रूपरेखा तैयार की जाए। इसके साथ ही स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में सेमिनार आयोजित किए जाएं ताकि हर विद्यार्थी नई शिक्षा नीति को आसानी से समझ सके और जहां पर कठिनाई हो, उसको लेकर सुझाव भी दे सके।
शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिए कि नई शिक्षा नीति को लेकर खिलाड़ियों, एनसीसी कैडेट व होनहार छात्रों को ब्रांड अंबेसडर बनाया जाये, इनसे प्रभावित होकर विद्यार्थियों का आसानी से नई शिक्षा नीति के साथ
जुड़ाव बढ़ेगा।

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पोर्टल होगा तैयार

शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने कहा कि आधुनिकता के युग में हर विद्यार्थी डिजिटल तकनीक के साथ जुड़ा हुआ है, इसलिए आनलाइन सुझाव को लेकर पोर्टल बनाया जाए ताकि विद्यार्थी घर बैठे सुझाव दे सकें। पोर्टल के जरिये विद्यार्थियों के साथ आम नागरिक, शिक्षाविद, अध्यापक, प्रोफेसर व शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग भी आसानी से सुझाव दे सकेंगे। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों के सुझावों के आधार पर योजना तैयार की जाए, ताकि आगामी शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों को किसी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

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