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पंजाब के दूध उत्पादकों को लुभा रहा हरियाणा

06:35 AM Sep 02, 2024 IST
जितेंद्र अग्रवाल/ हप्र
अम्बाला शहर, 1 सितंबर
पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों को हरियाणा सरकार भले ही अपनी सीमा में प्रवेश नहीं करने दे रही, लेकिन वहां के दूध उत्पादकों को लुभाने का प्रयास जरूर कर रही है। हरियाणा की दूध की मांग को पूरा करने के लिए सरकार ने सीमांत पंजाब के दूध उत्पादकों को विशेष दाम देने के लिए खजाने का मुंह खोल दिया है। इससे हजारों परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा।
हरियाणा में सबसे बड़ी सहकारी समिति वीटा के बैनर तले गांव-गांव में फैली दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से दूध खरीदा जाता है। लेकिन पंजाब की तुलना में यह कम दाम पर दूध खरीदती है। कई बार हरियाणा और पंजाब के खरीद भाव में करीब 40-50 पैसे प्रति फैट का अंतर होता है। ऐसे में औसतन छह फैट के दूध पर उत्पादकों को 2.5 से 3 रुपये प्रति किलो की दर से नुकसान होता है। इसके चलते पंजाब के दूध उत्पादक अपने राज्य में ही बिक्री को प्राथमिकता देते हैं। इससे हरियाणा की मांग पूरी नहीं होती और उसे दूसरी इकाइयों से दूध मंगाना पड़ता है। मांग और आपूर्ति के इस अंतर को पाटने के लिए हरियाणा ने अपनी सीमा से सटे पंजाब के इलाकों के उत्पादकों से पंजाब के बराबर भाव से ही दूध खरीदना शुरू कर दिया है। इससे, प्रदेश को कोई नुकसान नहीं होता, क्योंकि पंजाब के किसानों को हरियाणा के दूध उत्पादकों को मिलने वाला अतिरिक्त बोनस नहीं दिया जाता।

अपनों को अतिरिक्त अनुदान

पंजाब के दूध उत्पादकों को विशेष दाम दे रही हरियाणा सरकार ने अपने दूध उत्पादकों को भी राहत दी है। हरियाणा के दूध उत्पादकों को अब 6 महीने के बजाय 12 महीने अतिरिक्त बोनस मिलेगा। मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत अभी तक दूध उत्पादकों को एक अप्रैल से 30 सितंबर तक दूध की बिक्री पर 5 रुपये प्रति किलो की अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही थी। लेकिन अब सरकार ने एक अक्तूबर से 31 मार्च की अवधि के लिए भी 3 रुपये प्रति किलो की दर से अनुदान देने की घोषणा की है। यानी प्रदेश के दूध उत्पादकों को पूरा साल ही अनुदान मिलेगा। अंत्योदय दूध उत्पादक परिवारों को यह अनुदान पूरे वर्ष 10 रुपये प्रति किलो की दर से दिया जाएगा, हालांकि ऐसे परिवारों की संख्या काफी कम है। नयी अनुदान योजना से हरियाणा में करीब 50 हजार दूध उत्पादक परिवारों को सीधा लाभ होगा।
"हरियाणा के दूध उत्पादकों को एक अक्तूबर से 31 मार्च तक 3 रुपये लीटर अनुदान का प्रावधान बजट में किया जा चुका है। अम्बाला वीटा प्लांट से जुड़े तीन जिलों के करीब 12 हजार दूध उत्पादक परिवारों को इसका सीधा लाभ होगा। पंजाब के दूध उत्पादकों के लिए पंजाब के बराबर भाव से खरीद का प्रावधान भी किया गया है, जिसका वहां के किसान लाभ ले रहे हैं।"  
-सर्वजीत सिंह, सीईओ, वीटा मिल्क प्लांट अम्बाला 
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