पेरू के आलू से मालामाल होंगे हरियाणा के किसान
हिसार, 3 जुलाई (निस)
पेरू देश में स्थित अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र में तैयार किया गया तापरोधी आलू का उन्नत गुणवत्ताशील बीज अब हरियाणा के किसानों को मालामाल करेगा। इसके लिए चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय व पेरू देश के अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र के बीच एक अनुबंध हुआ है।
अनुबंध के अनुसार हकृवि अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र से आलू की उच्च गुणवत्तायुक्त पौध सामग्री प्राप्त करके उसका संवर्धन करेगा और प्रदेश के किसानों को उपलब्ध करवाएगा। इससे आलू के उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि के साथ-साथ इसके क्षेत्र में भी वृद्धि होगी। परिणामस्वरूप किसानों की आमदनी बढ़ेगी और प्रदेश में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
उक्त समझौते के तहत अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र द्वारा विकसित आलू की उत्पादन व रोग प्रतिरोधकता में दक्षिण अफ्रीका जैसे गर्म देश में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली किस्मों का बीज प्राप्त करके उसका परीक्षण और संवर्धन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त प्रौद्योगिकियों और विधियों को साझा करने के साथ विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों का क्षमता निर्माण भी किया जाएगा।
हरियाणा बनेगा आलू गुणवत्ता युक्त बीज उत्पादन केन्द्र : पेरू अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र व हकृवि के बीच हुए समझौते से प्रदेश को आलू गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन केन्द्र बनाना है। इससे किसानों को गुणवत्तापूर्ण रोग मुक्त आलू का बीज उपलब्ध हो सकेगा।
20 से अधिक देशों में शोध
पेरू की राजधानी लीमा स्थित अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ़ समरेन्दू मोहंती ने बताया कि इस केन्द्र द्वारा आलू, शकरकंद और कंदों पर अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के 20 से अधिक देशों में शोध कार्य किया जा रहा है। हकृवि के कुलपति प्रो़ बीआर कम्बोज ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र पेरू और हकृवि के बीच हुए एमओयू से आलू की गुणवत्ता व उत्पादन में तो बढोतरी होगी ही, साथ ही किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी और रोजगार के अवसर पर पैदा होंगे। इसके लिए अनुसंधान निदेशक डॉ़ जीत राम शर्मा व अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र एशिया के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. समरेन्दू मोहंती ने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
हकृवि में आलू की 16 किस्में विकसित
हकृवि ने अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत आलू की अब तक 16 किस्में विकसित की हैं। इनमें से कुफरी बादशाह, कुफरी बहार, कुफरी सतलुज, कुफरी पुष्कर, कुफरी ख्याति और कुफरी पुखराज आदि किस्में हरियाणा में बहुत प्रसिद्ध हैं। कुफरी बहार व कुफरी पुष्कर किस्मों का 401.73 क्विंटल बीज उत्पादन किया गया था।