Haryana Crime : अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत...बिफरे परिजनों ने काटा हंगामा, दरवाजे व खिड़कियों के तोड़े शीशे
गुहला चीका, 15 दिसंबर:
जीत सिंह सैनी/ निस
शनिवार देर रात को चीका के एक निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा और बच्चा की मौत हो गई। परिजनों को जैसे ही बच्चा और मां की मौत की होने की जानकारी मिली तो वे बिफर पड़े और उन्होंने अस्पताल में हंगामा कर दिया। वहां पर लगे दरवाजे व खिड़कियों के शीशे तोड़ डाले।
जच्चा और बच्चा की मौत होने के बाद अस्पताल के डॉक्टर सहित पूरा स्टाफ मौके से फरार हो गया। चीका थाना प्रभारी सुरेश कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और हालात को काबू किया। शनिवार शाम को गांव कल्लर माजरा डेरा बाजीगर निवासी विजय अपनी 24 वर्षीय पत्नी सुनीता की डिलीवरी के लिए सार्थक अस्पताल में लेकर आया था। अस्पताल में मौजूद महिला डॉक्टर ने सुनिता की नार्मल डिलीवरी करवाने का प्रयास किया।
आरोप है कि महिला डॉ. ने जबरदस्ती बच्चा जनवाने का प्रयास किया और इसी खींचतान में बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद महिला की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर ने उसे पटियाला रेफर कर दिया। वहीं पटियाला पहुंचने से पहले ही महिला की भी मौत हो गई। सार्थक अस्पताल के डॉक्टरों को जैसे ही बच्चे के बाद महिला की भी मौत होने की सूचना मिली तो वे फरार हो गए। बच्चा जच्चा की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल जमकर हंगामा किया।
मृतक महिला के ससुर सुखा राम ने चीका थाना में लिखित शिकायत दे अस्पताल की संचालक महिला डॉ. अनु सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है। सुखा राम की शिकायत पर अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ भारतीय न्यायिक संहिता की धारा 106 के तहत लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है।
सार्थक अस्पताल के डॉक्टरों की डिग्री की जांच के लिए पैनल बनाने के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा गया है। जांच में जो भी सबूत सामने आएंगे उसी के अनुसार आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सुरेश कुमार, चीका थाना प्रभारी।