मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

Haryana Corridor Yojana : केएमपी व केजीपी की तर्ज पर दिल्ली के चारों ओर रेल कॉरिडोर की प्लानिंग, यूपी सरकार के पास पहुंची रिपोर्ट

06:02 PM Apr 04, 2025 IST

चंडीगढ़, 4 अप्रैल (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)

Advertisement

Haryana Corridor Yojana : हरियाणा सरकार द्वारा केएमपी एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ बनाए जा रहे वेस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर की तर्ज पर ईस्टर्न आर्बिटल रेल कॉरिडोर बनाने की भी योजना है। ईस्टर्न कॉरिडोर सोनीपत से बागपत, गाजियाबाद व गौतम बुद्धनगर होते हुए पलवल तक जाएगा। दरअसल, जिस तरह से कुंडली से केएमपी और केजीपी एक्सप्रेस-वे बने हैं। उसी पैटर्न ने राष्ट्रीय राजधानी – नई दिल्ली के चारों ओर ईस्टर्न व वेस्टर्न रेल कॉरिडोर बनेगा।

उत्तर प्रदेश सरकार के साथ इस संदर्भ में हरियाणा की बात भी हो चुकी है। यूपी ने इस प्रोजेक्ट के सर्वे का जिम्मा हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम (एचआरआईडीसी) को सौंपा था। एचआरआईडीसी द्वारा ईस्टर्न रेल कॉरिडोर की व्यवहार्यता रिपोर्ट यूपी के मुख्य सचिव को सौंपी जा चुकी है। माना जा रहा है कि अब इस प्रोजेक्ट को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक भी हो सकती है। यहां बता दें कि यूपी सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एनसीआर (यूपी पार्ट) की संचालन समिति का गठन किया हुआ है।

Advertisement

शुक्रवार को चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस प्रोजेक्ट के अलावा हरियाणा की रेल परियोजनाओं की समीक्षा की गई। झज्जर को गुरुग्राम से रेल लाइन से जोड़ने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो चुकी है। 36 किमी लम्बी यह रेल लाइन गुरुग्राम के गढ़ी हरसरू से शुरू होगी और फरुर्खनगर होते हुए झज्जर तक आएगी। रेवाड़ी से रोहतक वाया झज्जर रेलवे लाइन पहले ही बन चुकी है।

बहादुरगढ़ से दादरी वाया झज्जर रेलवे लाइन की भी पुरानी मांग है। इसी तरह 65 किमी लम्बाई की करनाल-यमुनानगर रेल लाइन का मामला भी प्रक्रियाधीन है। मुख्य सचिव की बैठक में पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल तथा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता भी मौजूद रहे। बैठक में रस्तोगी ने प्रदेश में कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को समय पर पूरा करने और हितधारकों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।

बैठक में बताया गया कि उत्तरी सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने पातली-मानेसर (प्राथमिकता खंड) के चालू होने के संबंध में पातली यार्ड की रीमॉडलिंग के लिए मंजूरी दे दी है। पातली में हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (एचओआरसी) का भारतीय रेलवे नेटवर्क के साथ महत्वपूर्ण इंटरकनेक्शन 28 मार्च, 2025 को पूरा हो गया था। एमएसआईएल रेलवे यार्ड भी पूरा हो चुका है। इसमें जिसमें फॉर्मेशन, ट्रैक, ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन तथा सिग्नलिंग और दूरसंचार कार्य शामिल है।

पातली यार्ड को छोड़कर पूरा मानेसर-पातली सेक्शन अब भौतिक रूप से तैयार है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त द्वारा अप्रैल में निरीक्षण किए जाने की संभावना है। बैठक में बताया गया कि कुरुक्षेत्र एलिवेटेड ट्रैक परियोजना के तहत एलिवेटेड वायडक्ट, ट्रैक और विद्युतीकरण के निर्माण के का कार्य पूरा हो चुका है। थानेसर स्टेशन और उसके एलिवेटेड प्लेटफॉर्म सहित पूरी परियोजना सितंबर-2025 तक पूरी होने की संभावना है।

Advertisement
Tags :
CM Nayab Singh SainiDainik Tribune Hindi NewsDainik Tribune newsHaryana Corridor YojanaHaryana Governmentharyana newsHindi Newslatest newsNayab Governmentदैनिक ट्रिब्यून न्यूजनायब सरकारसीएम नायब सिंह सैनीहरियाणाहरियाणा खबरहरियाणा सरकारहिंदी समाचार